Time Management : 10-10 मिनट को इकट्ठा करके निकाल लें दो-तीन घंटे : दीपक रंजन
भिलाई। हममें से सभी को ऐसा महसूस होता है कि हमारे पास वक्त नहीं है। यह स्थिति एक भरे हुए गिलास जैसी होती है। यह दिखती तो भरी हुई है पर इसमें नमक, चीनी जैसी घुलनशील चीजें मिलाई जा सकती हैं। कुछ ऐसा ही हम अपनी दिनचर्या में भी कर सकते हैं। हम देखेंगे कि समय के सही प्रबंधन Time Management से हमारे पास काफी वक्त निकल आएगा। उक्त बातें स्किल ट्रेनर संडेकैम्पस.कॉम के संपादक दीपक रंजन दास ने शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खम्हरिया में व्यक्त किए।
12वीं वाणिज्य के विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बेशक भरे हुए गिलास में और पानी नहीं डाला जा सकता पर उसमें घुल जाने वाली वस्तुओं से उसकी गुणवत्ता बढ़ाई जा सकती है। पानी से अलग समय के साथ कुछ और प्रयोग भी किये जा सकते हैं। पानी के खाली स्थानों को इकट्ठा नहीं किया जा सकता पर समय के साथ ऐसा नहीं है।
उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि वे अपनी प्रतिदिन की दिनचर्या को एक डायरी में लिखना शुरू करें। मसलन उठने का समय, वॉश रूम में लगने वाला वक्त, नाश्ता, स्कूल जाने में लगने वाला वक्त, लौटने का समय, खेलने, आदि में लगने वाला समय। इन सभी के सामने समय का उल्लेख करते चलें। आप देखेंगे कि इन सबमें कुल 8 से 9 घंटे ही लग रहे हैं। आपके पास 16 घंटे हैं। कार्यों को थोड़ा आगे पीछे करके 10 से 15 मिनट के कालखंडों को एक साथ कर लें। अब आपके पास अपनी हॉबी, खेलकूद, पढ़ाई के लिए काफी से ज्यादा वक्त निकल आएगा।
उन्होंने कहा कि पढ़ाई लगातार कई घंटे करने की कोशिश न करें। एक समय में एक ही टॉपिक की पढ़ाई करें। दो टॉपिक के बीच थोड़ा समय कुछ और करें। इससे दिमागी थकान नहीं होगी। शाम को भोजन से पूर्व 40-40 मिनट के ऐसे तीन कालखण्ड निकाल लें। भोजन के बाद सोने से पूर्व अगले दिन क्लास में पढ़ाए जाने वाले पाठ की एक रीडिंग कर लें। इससे क्लास में आपका मन भी लगेगा और कांफिडेन्स भी बना रहेगा। परीक्षा से काफी पहले आपकी तैयारी हो चुकी होगी। आपको एक्जाम स्ट्रेस नहीं होगा।
उल्लेखनीय है कि संडेकैम्पस.कॉम ने सभी हाईस्कूल विद्यार्थियों को बेहतर समय प्रबंधन और करियर टार्गेट फिक्स करने के लिए नाटक, मैनेजमेन्ट गेम्स और मोटिवेशनल स्पीच के द्वारा प्रेरित करने का बीड़ा उठाया है।