पुस्तकों के गहन अध्ययन से ही सफलता संभव – नीतिष दत्ता

दुर्ग साइंस कालेज में जीएसआई के पूर्व डायरेक्टर जनरल का व्याख्यान

 दुर्ग। पुस्तकों के गहन अध्ययन से ही सफलता संभव है। वर्तमान मोबाइल के युग में विद्यार्थियों ने पुस्तकों की हार्ड कॉपी अध्ययन करना कम कर दिया है। यह उचित नहीं है। किसी भी विषय के गहन अध्ययन हेतु संबंधित पुस्तकों का महत्व होता है। ये उद्गार भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के सेवानिवृत्त डायरेक्टर जनरल नीतिष दत्ता ने शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय के भूगर्भशास्त्र विभाग द्वारा आयोजित आमंत्रित व्याख्यान के दौरान व्यक्त किये। श्री दत्ता भूगर्भशास्त्र के स्नातक एवं स्नातकोत्तर विद्यार्थियों को संबोधित कर रहे थे।दुर्ग। पुस्तकों के गहन अध्ययन से ही सफलता संभव है। वर्तमान मोबाइल के युग में विद्यार्थियों ने पुस्तकों की हार्ड कॉपी अध्ययन करना कम कर दिया है। यह उचित नहीं है। किसी भी विषय के गहन अध्ययन हेतु संबंधित पुस्तकों का महत्व होता है। ये उद्गार भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के सेवानिवृत्त डायरेक्टर जनरल नीतिष दत्ता ने शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय के भूगर्भशास्त्र विभाग द्वारा आयोजित आमंत्रित व्याख्यान के दौरान व्यक्त किये। श्री दत्ता भूगर्भशास्त्र के स्नातक एवं स्नातकोत्तर विद्यार्थियों को संबोधित कर रहे थे। श्री दत्ता ने भूगर्भशास्त्र विषय की महत्ता बताते हुए कहा कि मूल रूप से फील्ड अध्ययन पर आधारित इस विषय में रोजगार की अपार संभावनायें है। विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं में भी भूगर्भशास्त्र विषय लेकर सफल होने का प्रयास करना चाहिए। श्री दत्ता ने छत्तीसगढ़ प्रदेश विशेषकर बस्तर अंचल को भूगर्भशास्त्र का प्राकृतिक संग्रहालय बताया। भूगर्भशास्त्र विभाग द्वारा प्रदर्शित चट्टानों, जीवाष्मों, खनिजों के नमूनों के प्रदर्शन की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि प्रायोगिक कक्षाओं के दौरान इस प्रकार के खनिजों की उपलब्धतता से विद्यार्थियों को विषय समझने में आसानी होती है।
इससे पूर्व अपने स्वागत भाषण में भूगर्भशास्त्र विभाग के प्रमुख डॉ. श्रीनिवास देशमुख ने भूगर्भशास्त्र विषय की वर्तमान प्रासंगिकता पर विस्तार से प्रकाश डाला। श्री दत्ता को भूगर्भशास्त्र का अपार ज्ञानी निरूपित करते हुए डॉ. देशमुख ने उपस्थित विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे श्री दत्ता के फील्ड अनुभवों का लाभ लेकर अपने जीवन का लक्ष्य निर्धारित करें।
अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. आर.एन. सिंह ने भूगर्भशास्त्र विभाग द्वारा आयोजित आमंत्रित व्याख्यान की सराहना करते हुए विद्यार्थियों से कहा कि छत्तीसगढ़ प्रदेश खनिज सम्पदा से भरपूर है। हमें इन खनिजों के दोहन का इस प्रकार प्रयास करना चाहिए कि पर्यावरण को क्षति न पहुंचे। श्री दत्ता के व्याख्यान के दौरान विद्यार्थियों ने अनेक प्रश्न पूछकर अपनी जिज्ञासा का समाधान किया। श्री दत्ता के व्याख्यान आयोजन में डॉ. विकास स्वर्णकार, दिनेष मिश्रा एवं विजय यादव का उल्लेखनीय योगदान रहा।

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