महिला महाविद्यालय की एनएसएस इकाई ने ग्राम घुघवा (क) में लगाया शिविर

NSS Camp of Bhilai Mahila Mahavidyalaya at Village Ghughuaभिलाई। भिलाई महिला महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) इकाई द्वारा दुर्ग जिले के पाटन ब्लॉक के ग्राम घुघवा (क) में छत्तीसगढ़ के चिन्हारी – नरवा-गरवा, घुरवा-बारी थीम पर आयोजित सात-दिवसीय शिविर का समापन हो गया। सात-दिवसीय कैम्प के दौरान भिलाई महिला महाविद्यालय की एनएसएस अधिकारी द्वय डॉ. राजश्री शर्मा तथा डॉ. अनुपमा श्रीवास्तव के निर्देशन में कॉलेज की एनएसएस इकाई की छात्राओं ने ग्रामीणों में जागरूकता लाने अनेक कार्यक्रम आयोजित किये गए।Drain cleaning by NSS studentsस्वच्छता अभियान के तहत गांव की नालियों तथा पेयजल स्त्रोतों के आस-पास तथा स्कूल तथा गलियों की सफाई। पैरादान के अंतर्गत खेतों से पैरा इकट्ठा कर उसे सहेजकर गांव के गौठान तक पहुंचाना, सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ जागरूकता, ग्राम सर्वे, नि:शुल्क पशु-चिकित्सा परामर्श शिविर, स्वच्छता रैली आदि प्रमुख थे। कैम्प के दौरान हुई विभिन्न सांस्कृतिक, खेल तथा अन्य प्रतियोगिताओं के विजेताओं को सम्मानित करने तथा एन.एस.एस. की स्वयंसेविकाओं के उत्साहवर्धन हेतु एक समारोह का आयोजन किया गया जिसमें हेमचन्द यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग की वाइस चांसलर डॉ. अरूणा पल्टा बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुईं।
Dr Aruna Palta Vice Chancellor of Durg Universityमुख्य अतिथि की आसंदी से बोलते हुए हेमचन्द यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग की वाइस चांसलर डॉ. अरूणा पल्टा ने कहा कि इस तरह के कैम्प स्टूडेंट्स को जीवन में अनुशासन सिखाते हैं वहीं हमारे ग्रामीण परिवेश तथा संस्कृति से भी परिचित कराकर इससे जोड़ते हैं। उन्होंने इस प्रकार के कैम्प के दौरान ग्रामीण महिलाओं के लिये शॉर्ट-टर्म प्रशिक्षण कार्यक्रम जैसे सिलाई-कढ़ाई, बुनाई, व्यवसायिक रूप से अचार-मुरब्बे, पापड़ तथा शरबत आदि बनाना तथा अन्य रोजगारोन्मुखी अल्प-अवधि के प्रशिक्षण प्रदान करने की आवश्यकता पर जोर दिया जिससे कि ग्रामीण महिलायें इससे कुछ सीख सकें और स्वयं के प्रयासों से या स्व-सहायता समूह बनाकर आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ा सकें। डॉ. पल्टा ने ग्रामीण बच्चों की स्वास्थ्य जॉंच तथा कुपोषण संबंधी समस्याओं के कारणों का पता लगाकर उन्हें पौष्टिक डाइट संबंधी जानकारी देने तथा इस संबंध में जागरूकता फैलाने पर विशेष बल दिया। डॉ. पल्टा ग्रामीण विद्याथिर्यों की प्रतिभा से अत्यंत प्रभावित हुईं तथा शासकीय शाला घुघवा (क) का निरीक्षण कर उन्होंने विद्याथिर्यों में इनोवेशन बढ़ाने शालेय स्तर पर किये जा रहे प्रयासों की प्रशंसा की। भिलाई महिला महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. संध्या मदनमोहन ने अपने संबोधन में कहा कि आज के दौर में शिक्षा का उद्देश्य महज किताबी ज्ञान तक सीमित नहीं रह गया है बल्कि यह एक समग्र व्यक्तित्व निर्माण की आवश्यकता पर बल देती है। इस प्रकार की कैम्प एक्टीविटी विद्याथिर्यों में छिपी प्रतिभा को बाहर लाने में अत्यंत महत्वपूर्ण सिद्ध होती है। भिलाई एजुकेशन ट्रस्ट के सेक्रेटरी सुरेन्द्र गुप्ता ने अपने उद्बोधन में कैम्प के सफल आयोजन पर एनएसएस प्राभारियों को अपनी बधाई देते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजन समाज के लिये एक संदेश का कार्य करते हैं तथा सिर्फ ग्रामीणों को ही नहीं बल्कि अधिकांशत: शहरों में निवासरत इन विद्याथिर्यों को भी ग्रामीणों से बहुत कुछ सीखने मिलता है अर्थात ज्ञान का आदान-प्रदान होता है जो कि अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। उन्होंने भिलाई एजुकेशन ट्रस्ट की ओर से गांव के विकास के लिये सहायता राशि देने की भी घोषणा की। कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित हेमचन्द विश्वविद्यालय दुर्ग के एनएसएस समन्वयक डॉ. आर.पी. अग्रवाल, जिला संगठक डॉ. विनय शर्मा तथा गांव की सरपंच हेमलता साहू ने भी उपस्थितजनों को संबोधित किया।
कार्यक्रम के दौरान एनएसएस की छात्राओं ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के तहत् छत्तीसगढ़ की सौंधी महक से ओतप्रोत लोकनृत्य की शानदार प्रस्तुति दी। एनएसएस की छात्राओं ने शिविर के अपने अनुभव को उपस्थितजनों के साथ शेयर करते हुए इसे छात्र जीवन का एक अत्यंत ही उपयोगी एवं अविस्मरणीय अनुभव बताया। कार्यक्रम के दौरान भिलाई महिला महाविद्यालय के फैकल्टी मेम्बर्स, भिलाई एजुकेशन ट्रस्ट के प्रतिनिधियों सहित शासकीय शाला घुघवा (क) की छात्र-छात्रायें, प्रधानध्यापिका तथा शिक्षकगण आदि की उपस्थिति रही। कार्यक्रम का संचालन भिलाई महिला महाविद्यालय के एनएसएस अधिकारी द्वय डॉ. राजश्री शर्मा तथा डॉ. अनुपमा श्रीवास्तव ने किया। कार्यक्रम का संचालन भिलाई महिला महाविद्यालय की एनएसएस अधिकारी द्वय डॉ. राजश्री शर्मा तथा डॉ. अनुपमा श्रीवास्तव ने किया।

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