जिले में मिले कुष्ठ के 330 नए मरीज, इलाज के लिए जाएंगे बैतलपुर
जीडीआरसीएसटी के एमएसडब्लू विभाग में कुष्ठ निवारण दिवस का आयोजन
भिलाई। संतोष रूंगटा समूह द्वारा संचालित जीडी रूंगटा कॉलेज ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के एमएसडब्लू विभाग द्वारा कुष्ठ निवारण दिवस का आयोजन किया गया। जिला कुष्ठ अधिकारी अनिल कुमार शुक्ला ने इस अवसर पर बताया कि जिले में कुष्ठ के 330 नए मरीज मिले हैं जिन्हें इलाज के लिए बैतलपुर भेजा जा रहा है। यह एक सामान्य बीमारी है जो इलाज से पूरी तरह ठीक हो जाता है। टीम इस दौरान 3.5 लाख लोगों तक पहुंची और उन्हें कुष्ठ के प्रति जागरूक किया।
डॉ शुक्ला ने बताया कि इस रोग को लेकर तरह तरह के अंधविश्वास हैं। कुष्ठ छूने, साथ उठने-बैठने से नहीं फैलता। इस भ्रम से पर्दा हटाकर हम सामाजिक स्तर पर इसकी रोकथाम कर सकते हैं। किसी के शरीर में दाग-धब्बे दिखने या ऐसे किसी रोगी की जानकारी मिलने पर तत्काल जांच कराना चाहिए। यह एक साधारण बीमारी है जो मल्टीड्रग थेरपी से बिल्कुल ठीक हो जाती है।
डॉ. शुक्ला ने बताया कि जिले में 17 सितंबर से 30 जनवरी तक व्यापक जागरूकता एवं रोग पहचान अभियान चलाया गया। 170 विशेष दलों ने दुर्ग, भिलाई व चरोदा के शहरी क्षेत्रों से 150 मरीजों को चिन्हित किया। वहीं ग्रामीण क्षेत्र से 180 नए मरीजों को चिन्हांकित किया गया है। लगभग 3.50 लाख लोगों तक हमारी टीम पहुंची है। विकृति को ठीक करने मरीजों को बैतलपुर अस्पताल भेज रहे हैं।
इससे पहले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर एमएसडब्ल्यू की एचओडी डॉ. निशा गोस्वामी के मार्गदर्शन में कॉलेज के सोशल वर्क (एमएसडब्ल्यू), बीएससी, एमएससी सहित अनेक विभागों के विद्यार्थियों ने ग्राम कुरूद में शासकीय स्कूल के बच्चों के साथ कुष्ठ जागरूकता रैली निकाली। वहीं आडिटोरियम में जिलेभर से पहुंचे कुष्ठ के अधिकारी-कर्मचरियों ने बीमारी से संबंधित जानकारी दी।
विभाग से डॉ. मोइत्री मजूमदार, एसडी बंजारे सहित रिटायर्ड एनएमएस एआर खान व एपी पांडेय ने कहा यह बीमारी तन से ज्यादा मन को पीड़ा देती है। दुख होता है लोग आज भी इसके पीड़ित से दूरी बनाते हैं। इससे पहले प्रो. डॉ. नीमा एस बालन, रजिस्ट्रार डॉ. प्रकाश वाहने ने पौधे सौंपकर अधिकारियों का स्वागत किए। संचालन छात्रा मनीषा शर्मा ने किया।