आत्मा योजना के अंतर्गत बेरला के शिवम ने उन्नत खेती की, बदल गए हालात

Bemetara Krishi Aatma Schemeबेमेतरा। मात्र 5 हेक्टेयर कृषि रकबे से शिवम परगनिहा आज न केवल एकाधिक फसल ले रहे हैं बल्कि आत्मा योजना के सुझावों एवं सहयोग से वे अपनी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने में भी सफल रहे हैं। अनाज उगाने के साथ ही उद्यनिकी फसल, पशुपालन एवं वर्मिकम्पोस्ट खाद बनाकर भी वे अपने परिवार की आय में वृद्धि कर रहे हैं। कृषि विभाग ने उन्हें अनुदान भी दिया है जिसका उन्होंने भरपूर सदुपयोग किया है।Agriculture extension reformएक्सटेंशन रिफार्म्स (आत्मा) योजना अंतर्गत कृषकों को कृषि विभाग द्वारा जैविक खाद उत्पादन की तकनीकी, बहुफसलीय उत्पादन, सिंचाई क्षेत्रों में वृद्धि की दिशा में तकनीकी सुझाव एवं योजनाओं का लाभ देते हुए उनकी आय में वृद्धि करने का प्रयास किया जाता है। वि.खं.-बेरला के कृषक शिवम परगनिहा पिता भूपेन्द्र परगनिहा, एवं सम्पूर्ण परिवार पूर्णतः कृषि पर आधारित है। उनके पास लगभग 5 हे. खेती का रकबा है। खेती के प्रति सजग तथा नवीन तकनीकी सीखने के प्रति उत्साह व उत्पादन के घटते स्तर तथा परिवार के आर्थिक कमजोरी के बीच उन्होने अपने पिताजी के साथ खेती का काम संभाला। जिसमें धान, गेहूं, अरहर, के साथ उद्यानिकी फसल हल्दी, अदरक, फल वृक्ष आम, नींबू, संतरा आदि फसल के संरक्षण हेतु फेंसिग में खेत के किनारे करौंदा और सागौन का वृक्षा रोपण किया है जिससे उन्हे वर्ष भर बहु उद्देश्य खेती से आय प्राप्त होती है। कृषि विभाग के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी की उचित सलाह व मार्गदर्शन से असिंचित भूमि को सिंचित करने के लिए कृषि विभाग के अनुदान पर नलकूप खनन करवाया, जिससे वर्ष में एक से अधिक फसल लेता है एवं पशुपालन विभाग के अनुदान पर पशुपालन हेतु गौशाला का निर्माण किया। पशुपालन से उन्हे 12 से 14 लाख रूपये की आमदनी हो चुकी है। जैविक खेती के बढ़ते स्तर एवं जैविक उत्पाद की अधिक मूल्य प्राप्ति हेतु कृषि विभाग के मार्गदर्शन से शिवम परगनिहा ने 20 वर्मी टांके का निर्माण कर एक वर्ष में 60 से 70 क्विंटल वर्मी खाद का उत्पादन किया। जिससे की कृषक को अतिरिक्त आय की प्राप्ति होती है।
आत्मा योजनांतर्गत कार्यरत कर्मचारीयों के संपर्क से शिवम परगनिहा ने कई प्रशिक्षण एवं भ्रमण कार्यक्रम में शामिल हुए तथा आत्मा योजनांतर्गत कार्यरत कर्मचारीयों के सलाह से उन्होने वर्ष 2018-19 में आवेदन से आत्मा योजनांतर्गत जिला स्तरीय पुरस्कार राष्ट्रीय कृषि मेला रायपुर में कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे के होथों से पुरस्कृत किया गया।
वर्तमान में कृषि उत्पादन दर में आशा से अधिक वृध्दि होने के कारण जीवन स्तर मे काफी सुधार आया है। इसी के साथ-साथ जैविक अदरक, अरहर, हल्दी, फल, सब्जी के साथ दूध, जैविक खाद एवं गौ मुत्र से मेरी आमदनी आशा से कहीं अधिक प्राप्त हो रही है एवं कृषि विभाग के मार्गदर्शन एवं उन्नत तकनीक को अपनाने से कृषक शिवम परगनिहा गौरवान्वित महसूस कर रहा है।

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