कन्या महाविद्यालय में एक भारत श्रेष्ठ भारत वेबीनार का आयोजन

Girls College Durg Webinar on Ek Bharatदुर्ग। एक भारत श्रेष्ठ भारत के अंतर्गत शासकीय डॉ वावा पाटणकर कन्या महाविद्यालय एवं शासकीय पॉलीटेक्निक महाविद्यालय अहमदाबाद के संयुक्त तत्वाधान में एक वेबीनार का आयोजन किया गया। उल्लेखनीय है कि भारत सरकार द्वारा आयोजित एक भारत श्रेष्ठ भारत महाअभियान के अंतर्गत छत्तीसगढ़ और गुजरात जोड़ीदार राज्य है, जिनके विभिन्न महाविद्यालयों का आपस में जोड़ीदार महाविद्यालय के रूप में गतिविधियां संचालित करना है। कोरोना संक्रमण काल में इन्हें डिजिटल प्लेटफार्म में आयोजित किया जा रहा है। इसी तारतम्य में शासकीय कन्या महाविद्यालय एवं पॉलीटेक्नीक अहमदाबाद द्वारा एक सराहनीय और नवीन कदम उठाया गया। दोनों महाविद्यालय की छात्राएं आपस में जुड़कर एक-दूसरे से अपने-अपने राज्यों की महत्वपूर्ण जानकारीयां बांट रही है। इनमें वेबीनार का आयोजन भी महत्वपूर्ण कड़ी है।
‘‘छत्तीसगढ़ और गुजरात एक परिचय’’ विषय पर आयोजित इस वेबीनार में शासकीय कन्या पालीटेक्निक महाविद्यालय अहमदाबाद के प्राचार्य डॉ भास्कर अय्यर ने कहा कि गुजरात एक सशक्त और समृद्ध राज्य है और छत्तीसगढ़ की हरियाली और जंगल पर्यावरण को सशक्त बनाते हैं। अपने महाविद्यालय की छात्राओं को वे अवश्य छत्तीसगढ़ भ्रमण के लिए भेजना चाहेंगे।
कन्या महाविद्यालय दुर्ग के प्राचार्य डॉ सुशील चन्द्र तिवारी ने अपने उद्बोधन में कहा कि यह एक अनूठा प्रयास है, विशेषतौर पर छात्राओं को इससे लाभ होगा। संस्कृति के आदान प्रदान से जड़ों को जानने का मौका मिलेगा।
जोड़ीदार महाविद्यालय की नोडल अधिकारी प्रार्थना पुरोहित ने बहुत ही कुशलतापूर्वक, गुजरात राज्य की विभिन्न विशेषताओं को पावरप्वाइंट के माध्यम से प्रस्तुत किया। जिसमें गुजरात की रंग-बिंरगी पोशाक, लोकनृत्य और खानपान की विशिष्ट शैलियों को खूबसूरती से वर्णन किया गया था। दुर्ग महाविद्यालय की नोडल अधिकारी डॉ ऋचा ठाकुर ने छत्तीसगढ़ की विविध संस्कृति, जनजातियों, पर्यटन, शिल्पकला को पावरपाइंट प्रस्तुति के माध्यम से अत्यंत विस्तृत स्वरूप में प्रस्तुत किया।
दोनों नोडल अधिकारियों ने अपने राज्य के सबसे प्रसिद्ध वाक्य – ‘‘कुछ दिन तो गुजारिये गुजरात में’’ और ‘‘सबले बढ़िया छत्तीसगढ़िया’’ से आमंत्रित किया। छात्राओं ने इस आयोजन के प्रति अत्यधिक प्रसन्नता जाहिर की। गुजरात की छात्रा श्रुति ने कहा कि अब उन्हें छत्तीसगढ़ आकर इसे जानने की बहुत उत्सुकता है। आयेशा पुरानी, हीरल ने कहा कि अब इस अभियान के आयोजन का महत्व समझ आया। दुर्ग की काजल बेहरा ने गुजरात जाकर संस्कृति को जानने की इच्छा व्यक्त की। वहीं शारदा, दुर्गा कशिश ने गुजरात के खानपान को सीखने की इच्छा व्यक्त की। गुजरात की प्राध्यापक डॉ पंपिता मेहता और दुर्ग की प्राध्यापक डॉ यशेश्वरी ध्रुव ने ऐसे आयोजन को बारंबार कराने की बात कही ताकि एक-दूसरे के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण पैदा होता है। दोनों महाविद्यालय की छात्राओं ने आपस में पेयर बड़ी (जोड़ी) बनाई है जो एक-दूसरे को सामान्य भाषा, नृत्य खानपान की जानकारी साझा करेंगी। वेबीनार का संचालन डॉ ऋचा ठाकुर एवं आभार प्रदर्शन श्रीमती प्रार्थना पुरोहित ने किया। महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ डीसी अग्रवाल, डॉ केएल राठी, डॉ अनुजा चौहान उपस्थित थे।

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