बेमेतरा में मशरूम से कोरोना और कुपोषण को मात देने की तैयारी

Mushroom can beat malnutrition in villageबेमेतरा। कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र, ढोलिया बेमेतरा द्वारा कोरोना महामारी काल में महिला स्व-सहायता समूह, नरवा, गरवा, घुरवा बाड़ी एवं अन्य किसानों को वर्ष भर आय का साधन देने वाली मशरूम उत्पादन तकनीक का प्रारंभ किया जायेगा। इसके अंतर्गत जिले के कृषको को मशरूम उत्पादन तकनीक का प्रशिक्षण करके सीखने के सिद्धांत पर प्रशिक्षण देने के लिए एक कार्ययोजना जिला प्रशासन को प्रस्तुत किया गया है। जिससे जिले में उत्पादित होने वाले धान के पैरा का समुचित उपयोग होगा। उत्पादित मशरूम कुपोषण को दूर करने में सहायक है एवं इसमें औषधीय गुण होने के कारण स्वास्थ्य के लिए लाभप्रद है। इससे किसान उच्च गुणवत्ता वाले मशरूम का उत्पादन कम से कम जगह में करके ज्यादा उत्पादन प्राप्त कर सकते है। जिसे वे स्वयं भी खायेगें एवं दुसरो को भी उपलब्ध करायेंगें। इससे जिले वासियों को भी 8 महीने मशरूम उपलब्ध कराया जा सकेगा। इस फसल का उत्पादन महिलायें एवं अन्य जिले में प्रचार-प्रसार के माध्यम से आसानी से कर सकतें है। इसमें कुछ दिनों का प्रशिक्षण लेने के पश्चात वे खुद इसे कम लागत पर आरंभ कर सकतें है। इसकी व्यवस्था कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र, ढोलिया, बेमेतरा में महीने में दो पाली में 30-30 लोगो को मुफ्त में दी जाने की व्यवस्था की जायेगी। इस प्रशिक्षण को इच्छुक व्यक्ति, किसान एवं महिलायें 4 दिन में मशरूम उत्पादन की तकनीक करके सीखेंगें एवं पारंगत होने के बाद प्रशस्ति पत्र दिया जायेगा, जिसका उपयोग कर वे बैंक से लोन लेकर इस व्यवसाय को शुरू कर अपनी आय में वृद्वि कर सकते है।

https://docs.google.com/forms/d/e/1FAIpQLSfb7pYxIEnu0j7udMpA3lwL-q7BCzT9SRDxibFFfj4j3mihnw/viewform?usp=sf_link
https://docs.google.com/forms/d/e/1FAIpQLSfb7pYxIEnu0j7udMpA3lwL-q7BCzT9SRDxibFFfj4j3mihnw/viewform?usp=sf_link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *