Singhdeo lauds efforts of the Hemchand Yadav University

हेमचंद विवि के “मीट द डॉक्टर” को स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने सराहा

दुर्ग। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने हेमचंद यादव विश्वविद्यालय द्वारा स्वास्थ्य जागरूकता पर आयोजित आमंत्रित व्याख्यानमाला की सराहना की है। उन्होंने कहा कि कोविड के इस कठिन दौर में इतने सारे चिकित्सा विशेषज्ञों की बात लोगों तक पहुंचाने की यह कोशिश विश्वविद्यालय की संवेदनशीलता को दर्शाती है। श्री सिंहदेव हेमचंद यादव विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित सात दिवसीय ऑनलाइन व्याख्यानमाला “मीट द डॉक्टर” के उद्घाटन सत्र को मुख्य अतिथि की आसंदी से संबोधित कर रहे थे।श्री सिंहदेव ने कहा कि विवि का यह प्रयास भ्रांतियों को दूर कर लोगों तक विश्वसनीय स्वास्थ्य संबंधी जानकारी पहुंचाने में सहायक होगा। देश विदेश से जोड़े गए इन सात विशेषज्ञों में से तीन की सेवाएं वे स्वयं प्राप्त कर चुके हैं। उद्घाटन सत्र में बड़ी संख्या में प्राचार्यों, प्राध्यापकों, शोधकर्ताओं, एनएसएस अधिकारियों तथा छात्र-छात्राओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
अपने स्वागत भाषण में हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग की कुलपति, डॉ. अरूणा पल्टा ने कहा कि कोविड-19 के चलते जनमानस में भय व्याप्त है। शिक्षा जगत से जुड़े लोगों की यह नैतिक जिम्मेदारी है कि हम सभी को स्वास्थ्य से संबंधित विभिन्न पहलुओं की सही व तथ्य परक जानकारी उपलब्ध करायें। इसी उद्देश्य को लेकर ऑनलाइन व्याख्यानमाला का आयोजन किया गया है। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री की उपस्थिति समस्त प्रतिभागियों के लिए प्रेरणा दायी है।
प्रथम दिवस के वक्ता प्रसिद्ध अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ पूर्णेन्दु सक्सेना ने अपनी बात रखी। उन्होंने विषय का नाम “बोन हेल्थ” रखने पर कुलपति डॉ अरुणा पल्टा की सराहना की। यह उनकी समावेशी सोच को दर्शाता है। ऑर्थोपेडिक्स एक सीमित शब्द है। स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव की सोच और कार्यप्रणाली की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी अगुवाई में छत्तीसगढ़ की चिकित्सा बिरादरी महफूज है और पूरे उत्साह के साथ काम कर रही है।
दुर्ग विश्वविद्यालय के कुलगीत के प्रस्तुतिकरण कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता छात्र कल्याण, डॉ. प्रशांत श्रीवास्तव ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए बताया कि इसमें छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश व अमेरिका के विशेषज्ञ चिकित्सक हिस्सा ले रहे हैं। विशेषज्ञ चिकित्सक प्रतिदिन दोपहर 12 बजे लोगों का मार्गदर्शन करेंगे। 7 जून को हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. स्मित श्रीवास्तव, 8 जून को शिशुरोग विशेषज्ञ डॉ. अनूप वर्मा, 9 जून को रीवा मध्यप्रदेश की डॉ. पल्लवी श्रीवास्तव ’’ब्लैकफंगस’’ पर, 10 जून को अमेरिका के डॉ. आनंद श्रीवास्तव ’’स्टेमसेल थेरेपी’’ पर तथा 11 जून को मेडिकल कॉलेज, रायपुर, के डॉ. अरविंद नेरल ’’रक्तदान के महत्व’’ पर व्याख्यान देंगे। समापन दिवस 12 जून को स्वास्थय विभाग रायपुर के संयुक्त संचालक, डॉ. प्रशांत श्रीवास्तव ’’आंखों की देखभाल’’ पर अपने विचार रखेंगे। समापन समारोह में मुख्य अतिथि, आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति, डॉ. अशोक चन्द्राकर होंगे।
उद्घाटन सत्र के अंत में विश्वविद्यालय के सहायक कुलसचिव, डॉ. सुमीत अग्रवाल ने धन्यवाद ज्ञापन किया।

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