छत्तीसगढ़िया ओलंपिक : भौंरा, बांटी, लंबी कूद से लेकर कई देहाती खेलों ने जगाया उत्साह
भिलाई. खेलकूद केवल राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय पदक जीतने के लिए नहीं होते. आदिकाल से ही खेलकूद स्वस्थ मनोरंजन का साधन रहे हैं. ये मनुष्य को शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रखते हैं. छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक ने इस भावना को चरितार्थ कर दिया है. सभी उम्र के लोग इन खेलों में भाग ले रहे हैं. इस्पात नगरी में भी इसकी धूम मची हुई है. लोग भौंरा, बांटी पिट्ठूल, लंबी कूद में भाग ले रहे हैं और विजयी हो रहे हैं.
नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र अंतर्गत छत्तीसगढ़िया ओलंपिक की शुरुआत 6 अक्टूबर से हो चुकी है शुक्रवार को खेल का दूसरा दिन था. 6 अक्टूबर से 11 अक्टूबर तक प्रथम चरण में आयोजित होने वाले खेल में लोग बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं. अलग-अलग उम्र समूह के अनुसार खेल में जोर आजमाइश कर रहे हैं. 14 प्रकार के छत्तीसगढ़िया खेल जिसमें पिट्टुल, गिल्ली डंडा, संखली, लंगडी दौड़, कबड्डी, खो-खो, रस्साकशी, बाटी (कंचा), बिल्ल्स, गेड़ी दौड़, भौंरा, 100 मीटर दौड़ एवं लंबी कूद का खेल शामिल है.
प्रथम चरण में भाग लेने वाले विजेताओं को आगे के लेवल में खेलने का मौका मिलेगा. महापौर नीरज पाल एवं निगम आयुक्त लोकेश चंद्राकर के निर्देश पर भिलाई निगम के सभी जोन क्षेत्रों में खेल के आयोजन हो रहे हैं. आज लगातार दूसरे दिन भी खेल का उत्साह लोगों में नजर आया. खेलने के लिए खेल मैदान में ही पंजीयन कराया जा सकता है, इसके अलावा जोन कार्यालय से संपर्क करके भी पंजीयन करा सकते हैं.
इन मैदानों में आयोजित हो रहे हैं छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के खेल नेहरू नगर जोन क्षेत्र में फरीदनगर लाल मैदान में आज आयोजित हुआ तथा इसके पश्चात राधिका नगर के मैदान में खेल होगा. वैशाली नगर जोन क्षेत्र में शांति नगर के दशहरा मैदान में, मदर टैरेसा नगर के जेपी नगर स्कूल में, शिवाजी नगर जोन क्षेत्र में आईटीआई मैदान में तथा जोन क्रमांक 5 सेक्टर एरिया में सेक्टर 9 फुटबॉल मैदान में खेल आयोजित हो रहे हैं.