ईमानदारी एवं निष्ठा ही शोध को उंचाईयों पर पहुंचा सकते हैं – डाॅ. पाण्डेय
दुर्ग. शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय में 13-19 दिसंबर तक होने वाले 7 दिवसीय ट्रेनिंग प्रोग्राम के तीसरे दिन प्रथम सत्र में “रिटवेल्ड रिफाइंडमेंट ऑफ पाउडर एक्स आरडी डेटा” पर सीएसआईआर-आईएमएमटी, भुवनेश्वर के प्रसिंपल साइंटिस्ट डाॅ. एम.शाहिद ने व्याख्यान दिया. द्वितीय सत्र में शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय, दुर्ग के डाॅ. ए.के. सिंग ने एटाॅमिक एब्जार्बशन स्पेक्ट्रोस्काॅपी पर तथा महाविद्यालय की ही डाॅ. सुनीता बी. मैथ्यू ने फ्लेम फोटोमेट्री पर अपना व्याख्यान दिया.
द्वितीय सत्र में एक्सआरडी तथा एटाॅमिक एब्जार्बषन स्पेक्ट्रोस्काॅपी के कार्यप्रणाली को लैब में करके प्रशिक्षण दिया गया. सुनीता बी. मैथ्यू ने थर्मोग्रेविमेट्रिक एनालिसिस तथा डिफेंषियल स्केनिंग कैलोरीमेट्री के सिध्दांत तथा एप्लीकेशन पर विस्तृत जानकारी दी. द्वितीय सत्र में गुरूघासीदास विश्वविद्यालय, बिलासपुर के डाॅ. आर.के. पाण्डेय ने एटाॅमिक फोर्स माइक्रोस्काॅपी पर तथा गुरूघासी दास विश्वविद्यालय के ही डाॅ. सुधीर पाण्डेय ने एच.पी.एल.सी के सिध्दांत एवं एप्लीकेशनस पर विस्तृत व्याख्यान दिया. अगले सत्र में एक्सआरडी तथा इंस्ट्रूमेटेंशन एवं एच.पी.एल.सी पर प्रतिभागियों को प्रयोगशाला में प्रशिक्षण दिया गया.
17 दिसम्बर को गुरूघासीदास विश्वविद्यालय के संतोष ठाकुर ने गैस क्रोमेटोग्राफी पर बिलासपुर के जी.के. पात्रा ने साईक्लिक वोल्टामेट्री के सिध्दांत एवं एप्लीकेशनस पर अपना व्याख्यान दिया. द्वितीय सत्र में गैस क्रोमेटोग्राफी पर डाॅ. सुनीता बी. मैथ्यू ने तथा आरटीपीसीआर पर डाॅ. अनिल कुमार ने प्रयोगशाला में प्रतिभागियों को प्रशिक्षण दिया.
18 दिसम्बर को शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, रायगढ़ के डाॅ. धनेश सिंह ने स्लेक्ट्रान स्पिन रेजोनेंस स्पेक्ट्रोस्कोपी पर तथा गुरूघासीदास विश्वविद्यालय के डाॅ. आर.पी. पटेल ने फोटोलुमिनिसेंस स्पेक्ट्रोस्काॅपी पर विस्तार पूर्वक जानकारी दी तथा इसी दिन द्वितीय सत्र में फोटोलुमिनिसेंस स्पेक्ट्रोस्कोपी एवं इलेक्ट्रोलुमिनिसेंस स्पेक्ट्रोस्कोपी के कार्यप्रणाली पर गुरूघासीदास बिलासपुर के डाॅ. आर.पी. पटेल तथा बी.आई.टी दुर्ग के आर.सी. राॅबिनसन ने प्रयोगशाला में प्रशिक्षण दिया.
अंतिम दिन 19 दिसम्बर को प्रथम सत्र में डाॅ. हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर के डाॅ. प्रशांत शुक्ला ने रमन स्पेक्ट्रोकोपी तथा शासकीय दिग्विजय स्नातकोतर स्वशासी महाविद्यालय, राजनांदगांव के डाॅ. डाकेश्वर कुमार वर्मा ने न्यूक्लियर मैग्नेंटिक रिजोनेंस (एन.एम.आर) पर अपना व्याख्यान दिया. द्वितीय सत्र में शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय, दुर्ग की डाॅ. अनुपमा अस्थाना ने इलेक्ट्रोफोरेसिस की कार्यप्रणाली एवं सिध्दांत पर प्रयोगशाला में प्रशिक्षण दिया.
समापन समारोह के मुख्य अतिथि डाॅ. एस.के. पाण्डेय, पूर्व कुलपति, पंडित रविशंकर शुक्ल विष्वविद्यालय ने अपने उद्बोधन में प्रतिभागियों को कहा कि शोध मंे ईमानदारी एवं निष्ठा ही उसे उचांईयों पर पहुंचाती है. कार्यक्रम के अध्यक्ष महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. आर.एन. सिंह ने कहा कि यह प्रषिक्षण कार्यक्रम सभी विद्यार्थियों एवं शोधार्थियों के लिए इन्स्ट्रूमेंट के उचित उपयोग करके शोध को बढ़ाने में सहायक होगें तथा शोध का स्तर निष्चित रूप से बढ़ेगा. सभी पंजीकृत प्रतिभागियों ने कार्यक्रम को अत्यंत लाभदायक बताया एवं इसके आयोजन के लिए महाविद्यालय को धन्यवाद दिया. समापन समारोह में महाविद्यालय के प्राध्यापकगण तथा बड़ी संख्या शोधार्थी एवं विद्यार्थी उपस्थित रहें. कार्यक्रम के सफल संचालन में समन्वयक डाॅ. अनुपमा अस्थाना, आयोजन सचिव, डाॅ. अजय सिंह विभाग के अन्य सदस्य डाॅ. अनिल कश्यप, डाॅ. सुकुमार चटर्जी, डाॅ. मंजू कौषल, डाॅ. नूतन राठौड़, डाॅ. उपमा श्रीवास्तव, डाॅ. सुनीता मैथ्यू, डाॅ. सुनीता सावरिया, डाॅ. व्ही.एस. गीते, डाॅ. अनुपमा कष्यप तथा डाॅ. प्रेरणा कठाने का सक्रिय सहयोग रहा. अंत में धन्यवाद ज्ञापन डाॅ. सुनीता सावरिया ने किया.