विश्व गौरैया दिवस पर लेखन एवं पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन
भिलाई। जगद्गुरु शंकराचार्य कॉलेज ऑफ़ एजुकेशन के इको क्लब के अंतर्गत विश्व गौरैया दिवस पर पत्र लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया जिसका विषय था “गौरैया का मनुष्य के नाम पत्र” महाविद्यालय के प्रशिक्षर्थियों ने गौरैया के मन की व्यथा एवं दुख को पत्र के माध्यम से प्रस्तुत किया. पत्र में उन्होंने गौरैया की तरफ से मनुष्य से आग्रह किया. हमारी विलुप्त होती जाति को बचा लीजिये. गौरेया कहती है, अपने घर में हमें थोड़ा सा आश्रय दीजिए. अपने घर के निर्माण के समय थोड़ा सा स्थान हमारे लिए भी सुरक्षित रखें. यदि आप स्वयं को मोबाइल एवं मोबाइल टावर की हानिकारक विकिरणों से बचाने के लिए नित नये अविष्कार एवं उपाय करते हैं तो हमारी विलुप्त होती जाति को बचाने के लिए आप क्यों नहीं सोचते?
पोस्टर एवं निबंध प्रतियोगिता में गौरैया के सुन्दर सुन्दर चित्रों को कागज़ पर रंग भरकर बनाया गया एवं निबंध के माध्यम से गौरैया दिवस को मनाने का कारण, गौरैया को बचाने के विविध उपाय बताये गए।
महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. व्ही. सुजाता जी ने सभी से आह्वान किया की गर्मी के दिनों में अपने आँगन या छत पर पक्षियों के लिए दाना पानी अवश्य रखें और उन्हें गर्मी के दुष्प्रभाव से बचायें. हमारे पर्यावरण को संतुलित रखने के लिए मनुष्य के साथ पशु-पक्षियों की महत्वपूर्ण भूमिका हैं अतः आप सभी, पक्षियों को बचाने के लिए स्वयं प्रयत्न करें एवं जन सामान्य को भी जागरूक करें।