स्वरूपानंद महाविद्यालय में “बेसिक माइक्रोबियल तकनीक” पर इंटर्नशिप
भिलाई। स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय के माइक्रोबायोलॉजी विभाग द्वारा “माइक्रोबायोलॉजिस्ट सोसायटी, इंडिया” के संयुक्त तत्वाधान में “बेसिक माइक्रोबियल तकनीक” विषय पर एक माह की इंटर्नशिप आयोजित की जा रही है। इस इंटर्नशिप प्रोग्राम में अंचल के बारहवी पास एवं बीएससी प्रथम सेमेस्टर के विद्यार्थी भाग ले रहे है।
कार्यक्रम संयोजिका डॉ. शमा ए बैग, विभागाध्यक्ष सूक्ष्मजीवविज्ञान ने बताया कि इस एक माह की इंटर्नशिप का मुख्य उद्देश्य प्रतिभागियों को सूक्ष्मजीव विज्ञान की मूलभूत प्रयोगात्मक तकनीकों से व्यावहारिक रूप से परिचित कराना है, जिससे वे शैक्षणिक, शोधात्मक तथा औद्योगिक क्षेत्रों में आत्मनिर्भर एवं दक्ष बन सकें एवं विद्यार्थियों को सूक्ष्मजीव प्रयोगशाला में सुरक्षा, संचालन और बुनियादी तकनीकों का व्यावहारिक प्रशिक्षण प्राप्त हो सकें। इसके अंतर्गत स्टेरिलाइजेशन, मीडिया तैयारी, विभिन्न नमूनों से सूक्ष्मजीवों का पृथक्करण, ग्राम धारण विधि, कॉलोनी विशेषताओं और जैव रासायनिक परीक्षणों के माध्यम से पहचान, एंटीबायोटिक संवेदनशीलता परीक्षण तथा वैज्ञानिक विश्लेषण की विधियाँ सिखाई जाएँगी।
इस कार्यक्रम से छात्रों में शोध के प्रति रुचि, वैज्ञानिक दृष्टिकोण और प्रयोगात्मक आत्मविश्वास का विकास होगा। इस कार्यक्रम से छात्रों को प्रयोगशाला में आत्म-निर्भरता, सूक्ष्मजैविक विधियों की बारीक समझ तथा भविष्य में उच्च शिक्षा या जैव-प्रौद्योगिकी/औद्योगिक शोध में एक मजबूत नींव प्राप्त होगी।
श्री शंकराचार्य शिक्षण परिसर, हुडको के निदेशक डॉ. दीपक शर्मा व डॉ. मोनिशा शर्मा एवं महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. हंसा शुक्ला ने एक माह से इस इंटर्नशिप आयोजन की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम से प्रतिभागी विषय के व्यावहारिक ज्ञान से रूबरू होते है एवं विषय विशेष में उपलब्ध आजीविका के अवसर की जानकारी होती है।