महिला स्व सहायता समूह ने किया एक लाख का फायनेंस : पोलम्मा

भिलाई। मां राज-राजेश्वरी महिला स्व सहायता समूह एवं उसके साथी समूहों ने पिछले कुछ वर्षों में लघु बचत से अपनी एक अलग पहचान बना ली है। इनमें से प्रत्येक बचत समूह के खाते में अब 45 हजार से अधिक की जमा राशि है। एक महिला को फल का व्यवसाय करने के लिए राज राजेश्वरी महिला स्व सहायता समूह ने एक लाख रुपए की वित्तीय सहायता प्रदान की है। हरेली तिहार के अवसर पर महिला मां राज राजेश्वरी महिला स्व सहायता समूह की बी पोलम्मा ने उक्त जानकारी साझा की।भिलाई। मां राज-राजेश्वरी महिला स्व सहायता समूह एवं उसके साथी समूहों ने पिछले कुछ वर्षों में लघु बचत से अपनी एक अलग पहचान बना ली है। इनमें से प्रत्येक बचत समूह के खाते में अब 45 हजार से अधिक की जमा राशि है। एक महिला को फल का व्यवसाय करने के लिए राज राजेश्वरी महिला स्व सहायता समूह ने एक लाख रुपए की वित्तीय सहायता प्रदान की है। हरेली तिहार के अवसर पर महिला मां राज राजेश्वरी महिला स्व सहायता समूह की बी पोलम्मा ने उक्त जानकारी साझा की।भिलाई। मां राज-राजेश्वरी महिला स्व सहायता समूह एवं उसके साथी समूहों ने पिछले कुछ वर्षों में लघु बचत से अपनी एक अलग पहचान बना ली है। इनमें से प्रत्येक बचत समूह के खाते में अब 45 हजार से अधिक की जमा राशि है। एक महिला को फल का व्यवसाय करने के लिए राज राजेश्वरी महिला स्व सहायता समूह ने एक लाख रुपए की वित्तीय सहायता प्रदान की है। हरेली तिहार के अवसर पर महिला मां राज राजेश्वरी महिला स्व सहायता समूह की बी पोलम्मा ने उक्त जानकारी साझा की।समिति के शांति पारा, केम्प-1 स्थित भवन में आयोजित इस कार्यक्रम में 40 से अधिक महिलाएं एकत्र हुई थीं। श्रीमती पोलम्मा ने बताया कि पहले महिलाएं जरूरत पड़ने पर 5 से 10 टका ब्याज पर पैसा उठाती थीं और ब्याज चुकाते चुकाते ही उनकी कमर टूट जाती थी। अब उनकी ये मजबूरी खत्म हो चुकी है। अब उन्हें लगभग बैंकरेट पर तत्काल छोटी सहाया राशि मिल जाती है। एक लाख रुपए का ऋण लगभग 1.5 फीसदी ब्याज पर दिया गया है।
नगर निगम की केम्प क्षेत्र की सीओ हेमिन वर्मा ने इस अवसर पर महिला स्व सहायता समूहों के साथ ही गरीबों के लिए चल रही योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ लेने के लिए महिलाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि इसकी अवधि समाप्त होने वाली है। जिसे भी इसका लाभ लेना हो, वह तत्काल पहल करें। श्रीमती वर्मा ने वीटीपी के तहत स्किल ट्रेनिंग के लिए महिलाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि ट्रेनिंग के बाद न केवल उन्हें सर्टिफिकेट प्रदान किया जाएगा बल्कि उन्हें प्लेसमेंट की सुविधा भी मिलेगी।
भिलाई। मां राज-राजेश्वरी महिला स्व सहायता समूह एवं उसके साथी समूहों ने पिछले कुछ वर्षों में लघु बचत से अपनी एक अलग पहचान बना ली है। इनमें से प्रत्येक बचत समूह के खाते में अब 45 हजार से अधिक की जमा राशि है। एक महिला को फल का व्यवसाय करने के लिए राज राजेश्वरी महिला स्व सहायता समूह ने एक लाख रुपए की वित्तीय सहायता प्रदान की है। हरेली तिहार के अवसर पर महिला मां राज राजेश्वरी महिला स्व सहायता समूह की बी पोलम्मा ने उक्त जानकारी साझा की।इस अवसर पर महिलाओं के लिए व्यंजन प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। ध्यान योग प्रशिक्षक डॉ अलका अखौरी, संडेकैम्पस.कॉम के संपादक दीपक रंजन दास एवं सीओ हेमिन वर्मा ने इसमें निर्णायक की भूमिका निभाई।

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