Traffic & Cyber Crime awareness at MJ College

शनिवार और छुट्टियों से पहले उड़ाते हैं बैंक खाते से रकम

एमजे कालेज में ट्रैफिक एवं सायबर सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम

भिलाई। साइबर क्रिमिनल आमतौर पर शनिवार की शाम या छुट्टियों से ठीक पहले वाले दिन अपने शिकार का बैंक अकाउंट खाली कर देते हैं. जिस बैंक में लोग अपने जीवन भर की कमाई को रखते हैं उसका लैंड लाइन नम्बर या कोई सम्पर्क नम्बर तक उनके पास नहीं होता. इतनी समझाशों के बाद भी लोग फोन पर न केवल अंजान लिंक्स को क्लिक कर रहे हैं बल्कि फोन पर ओटीपी भी शेयर कर रहे हैं. उक्त बातें दुर्ग पुलिस साइबर टीम के सदस्य जावेद खान ने आज एमजे कालेज में कहीं.
एमजे ग्रुप ऑफ एजुकेशन की निदेशक डॉ श्रीलेखा विरुलकर की पहल पर दुर्ग जिला पुलिस के सहयोग से जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. दुर्ग पुलिस की टीम यातायात जागरूकता एवं सुरक्षा तथा साइबर सुरक्षा जैसे रोजमर्रा की जिन्दगी से जुड़े मसलों पर जनजागरण कर रही है. एमजे कालेज पहुंची इस टीम में ट्रैफिक डीएसपी सतीश ठाकुर, रक्षित निरीक्षक अनीश सारथी, आरक्षक तिलक साहू एवं संत मिश्रा के अलावा साइबर क्राइम के जावेद खान शामिल थे.
जावेद खान ने खचाखच भरे ऑडिटोरियम को संबोधित करते हुए कहा कि साइबर ठग हमारी कमजोरियों और लालच का लाभ उठाते हैं. वे हमें गिफ्ट, डिस्काउंट, लॉटरी जैसी लालच देते हैं और जैसे ही हम उनके द्वारा दिए गए लिंक पर क्लिक करते हैं हमारे मौबाइल का पूरा डाटा उनके पास चला जाता है. उन्होंने साइबर क्राइम के विभिन्न पहलुओं को उदाहरण देकर समझाया. उन्होंने इससे बचने के तरीके भी विद्यार्थियों के साथ साझा किये. अंत में उन्होंने कहा कि ठगी जैसी कोई भी घटना होने पर तत्काल साइबर सेल को सूचित करना चाहिए.
इससे पहले यातायात पुलिस के डीएसपी सतीश ठाकुर तथा रक्षित निरीक्षक अनीश सारथी ने कहा कि हम अपने मोबाइल को तो कवर चढ़ाते हैं पर अपने सिर की सुरक्षा को लेकर लापरवाह बने रहते हैं. इसीका नतीजा है कि राज्य में प्रति वर्ष 45 हजार सड़क हादसे होते हैं जिसमें 4500 से अधिक लोगों की जानें चली जाती हैं. इनमें से अधिकांश युवा होते हैं. इसकी मुख्य वजह अनियंत्रित रफ्तार, हेलमेट, सीट बेल्ट जैसे सुरक्षा उपकरणों का उपयोग नहीं करना पाया गया है. अत्यधिक स्पीड के अलावा अधिकांश सड़क हादसे नशे में वाहन चलाने या ड्राइव करते समय मोबाइल पर बात करने की वजह से होती हैं. उन्होंने यातायात चिन्हों के बारे में भी लोगों को जानकारी दी.
इस अवसर पर प्राचार्य डॉ अनिल चौबे, फार्मेसी कालेज के प्राचार्य डॉ विजेन्द्र सूर्यवंशी, नर्सिंग कॉलेज के प्राचार्य डैनियल तमिल सेलवन, शिक्षा संकाय की प्रभारी डॉ श्वेता भाटिया सहित सभी विभाग प्रमुख, शिक्षक एवं विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित थे.
कार्यक्रम का संचालन दीपक रंजन दास ने तथा धन्यवाद ज्ञापन वाणिज्य एवं प्रबंधन संकाय की स्नेहा चन्द्राकर ने किया.

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