शंकराचार्य महाविद्यालय में ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ के तहत निबंध व हस्ताक्षर स्पर्धा
भिलाई. आजादी के 75 में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ कार्यक्रम की श्रृंखला में ‘आजादी के अमृत महोत्सव’ के अंतर्गत 11 दिसंबर को बहुभाषी स्वतंत्रता सेनानी महाकवि सुब्रमण्यम भारती के जन्म दिवस के उपलक्ष में प्रति वर्ष अलग-अलग प्रकार के रुचिकर मजेदार एवं नए-नए विधाओं से भरे हुए कार्यक्रम कराए जाते हैं यह कार्यक्रम उच्च शिक्षा विभाग एवं कॉलेज-स्कूलों में भी कराया जाता है एवं इसे बढ़ावा दिया जाता है.
इसी कड़ी में श्री शंकराचार्य महाविद्यालय में ‘भारतीय संस्कृति’ पर निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. जिसमें महाविद्यालय के 20 प्रतिभागी छात्रों ने भाग लिया साथ ही ‘मेरी भाषा मेरा हस्ताक्षर‘ अभियान का आयोजन भी किया गया जिसमें महाविद्यालय के छात्रों ने भारतीय संस्कृति को दर्षाते हुए विभिन्न भारतीय वेष भूषा में अपनी उपस्थिति दर्ज करायी. इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राध्यापकगण, गैर शैक्षणिक कर्मचारियों एवं विद्यार्थियों ने अपनी भाषा में हस्ताक्षर किए. इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के डीन डॉ जे. दुर्गा प्रसाद राव उपस्थित थे. उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम में समृद्धशाली भारतीय संस्कृति के महत्व का पता चलता है. महाविद्यालय की प्राचार्य डॉक्टर अर्चना झा मैडम उपस्थित थी. इस अवसर पर प्राचार्य मैडम ने कहा कि हमारी भारतीय संस्कृति हमारी पहचान है एवं यह हमें हमारे भाषा से जोड़े रखती है और हमारी भाषा हमारा गर्व है. अतः हमें सदैव भारतीय संस्कृति का सम्मान करना चाहिए. इस कार्यक्रम में पूर्णिमा तिवारी, सहायक प्राध्यापिका शिक्षा विभाग, सूक्ष्म जीव विज्ञान विभाग की सहायक प्राध्यापिका रचना तिवारी एवं कम्प्यूटर विभाग की सहायक प्राध्यापिका पूनम यादव उपस्थित रहीं.