… तो हमेशा के लिए खत्म हो जाएगी आंखों की तकलीफ
चिकित्सा वैज्ञानिकों ने रेटिनल न्यूरॉन (Retinal Neuron) विकसित करने में सफलता प्राप्त कर ली है. अब इसे रोगियों की आंखों में आजमाया जाएगा. यदि यह क्लिनिकल ट्रायल सफल हुआ तो लोगों की आंख संबंधी अधिकांश समस्याएं समाप्त हो जाएंगी. इसे तैयार किया है यूनिवर्सिटी ऑफ विस्कॉआनसिन-मैडिसन के वैज्ञानिकों ने.
यूनिवर्सिटी ऑफ विस्कॉआनसिन-मैडिसन के वैज्ञानिक डॉ डेविड गैम काफी समय से इस शोध में जुटे हुए थे. पिछले एक दशक में टीवी के अलावा कम्प्यूटर और स्मार्ट फोन के चलते लोगों का स्क्रीन टाइम काफी बढ़ गया है. बड़ों के साथ ही बच्चे भी इसका खामियाजा भुगत रहे हैं. यह समस्यात तकरीबन हर मुल्क में एक जैसी है. भारत भी इससे अछूता नहीं है. ऐसे में यह शोध और भी महत्वपूर्ण हो जाता है. क्लीयनिकल ट्रायल सफल होने पर अंधेपन और आंखों से जुड़ी समस्या ओं को खत्मह करने में बड़ी मदद मिलेगी.
प्रयोगशाला में ये कोशिकाएं बनकर तैयार हैं. टेस्टड के नतीजे अच्छे रहे हैं. पहली बार इन्हेंक किसी मरीज पर आजमाया जाएगा. इन न्यूोरॉन्सज को रेटिनल ऑर्गेनॉयड्स कहते हैं. इसे मानव त्वेचा की कोशिकाओं से बनाया जा सकता है. इन्हेंी स्टेाम सेल की तरह ऐक्ट् करने के लिए प्रोग्राम किया गया है.