Legal literacy program in Science College

साइंस कॉलेज दुर्ग में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन

दुर्ग. साइंस कॉलेज में अपर जिला एवं सत्र न्यायालय दुर्ग के द्वारा विधिक साक्षरता अभियान का आयोजन किया गया जिसमें महाविद्यालय के प्राचार्य के मार्गदर्शन में महिला सेल आइक्यूएसी एवं एनएसएस के संयुक्त तत्वावधान में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया जिसमें अपर जिला एवं सत्र न्यायालय के न्यायाधीश श्री गणेश राम पटेल जी के द्वारा महाविद्यालय के विद्यार्थियों को विधि की जानकारी प्रदान की गई।
कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों के स्वागत के साथ किया गया महाविद्यालय महिला सेल की प्रभारी डॉ सोमाली गुप्ता ने श्री गणेश राम पटेल जी का विद्यार्थियों को परिचय दिया। महाविद्यालय के प्राचार्य की ओर से वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ ए के खान ने आयोजन के लिए जिला एवम सत्र न्यायालय को धन्यवाद देते हुए छात्र छात्राओं को बताया कि वह इस कार्यक्रम का पूरा लाभ उठाएं और कानून की जानकारी जो जीवन में बहुत आवश्यक है उसके बारे में इस मंच से जानकारी प्राप्त करें। उन्होंने आयोजकों को बधाई एवं शुभकामनाएं प्रदान की।
मुख्य वक्ता के रूप में आमंत्रित गणेश राम पटेल ने अपने वक्तव्य में बताया कि आज के युग में विधिक साक्षरता बहुत आवश्यक है। क्योंकि कोई भी देश संविधान से चलता है और संविधान सबसे बड़ा कानून होता है संविधान का अर्थ होता है सर्वोच्च विधान।
उन्होंने बताया कि कानून के बारे में यह वाक्य प्रचलित हैं आप कानून से इसलिए नहीं बच सकते कि आपको इसकी जानकारी नहीं थी। इसलिए आपको विधि की जानकारी होना बहुत जरूरी है। उन्होंने अपने संबोधन में विद्यार्थियों को अलग-अलग धाराओं के बारे में जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि बहुत लोगों को लगता है कि अपराधी लोग सजा से बच जाते हैं और साधारण लोग परेशान होते हैं तो इसका कारण यह है कि हम सजग नहीं होते हैं उन्होंने कानून के पालन करने के लिए विद्यार्थियों को आवाहन किया।
उन्होंने बताया कि जब भी गाड़ी चलाएं ड्राइविंग लाइसेंस, हेलमेट तथा इंश्योरेंस के पेपर अवश्य रखें क्योंकि यदि इंश्योरेंस नहीं है तो यदि गाड़ी को कुछ हो जाता है तो आप को कोई कंपनी की तरफ से कोई सहयोग नहीं मिलेगा जिससे आपको आर्थिक और शारीरिक दोनों प्रकार का नुकसान हो सकता है।
उन्होंने नाबालिगों के द्वारा की जाने वाली कुछ गलतियों पर भी प्रकाश डाला कि वे आजकल 18 वर्ष से पूर्व ही भाग कर शादी करने लगे हैं, जिससे उन्हें बहुत परेशानी होती है इसलिए सोच समझकर निर्णय लें। कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन डॉ मीना मान ने किया।
कार्यक्रम में महिला सेल की सदस्य डॉ रचिता श्रीवास्तव ,एनएसएस छात्र इकाई के कार्यक्रम अधिकारी प्रो जनेंद्र कुमार दीवान एवं बड़ी संख्या में एनएसएस एवं सभी अन्य विभागों के विद्यार्थी उपस्थित थे।
कार्यक्रम को सफल बनाने में एनएसएस स्वयंसेवकों में वरिष्ठ स्वयंसेवक खुमेंद्र, मृदुल, सत एक, सुशील मिश्रा, ढालेंद्र, निहारिका, आंचल आदि का महत्वपूर्ण सहयोग प्राप्त हुआ।

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