गर्ल्स काॅलेज में विश्व ओजोन दिवस पर जलवायु की चर्चा
दुर्ग। शासकीय डॉ वावा पाटणकर कन्या महाविद्यालय में विश्व ओजोन दिवस पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। रसायनशास्त्र की प्राध्यापक डाॅ यास्मीन फातिमा परवेज ने जानकारी देते हुए बताया कि इस दिवस का आयोजन ओजोन परत में हो रही कमी तथा जलवायु परिवर्तन से मानव स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए संभावित खतरों की चिंता के कारण है।
इस वर्ष की थीम में ओजोन परत की रक्षा करने के साथ जलवायु परिवर्तन को कम करने में माॅन्ट्रियल प्रोटोकाल की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया गया है। इस अवसर पर छात्राओं को संबोधित करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ सुशील चन्द्र तिवारी ने कहा कि इस दिवस के महत्वपूर्ण उद्देश्यों में एक पृथ्वी पर जीवन के संरक्षण में ओजोन परत की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में दुनिया भर में जागरूकता फैलाना है। इसके लिए युवा वर्ग को ओजोन परत की रक्षा करने सजग एवं सतर्क होना होगा। विकास की दौड़ में हम पराबैगनी किरणों के दुष्प्रभाव के शिकार न हो जाएं।
इस अवसर पर रसायन परिषद् के द्वारा पोस्टर बनाओ प्रतियोगिता आयोजित की गयी, जिसमंे 45 छात्राओं ने पोस्टर प्रस्तुत किए। जिसकी प्रदर्शनी लगायी गई। श्रेष्ठ 5 पोस्टर को पुरस्कृत करने का निर्णय लिया गया।
छात्राओं ने अपने-अपने विचार रखते हुए मांट्रियल प्रोटोकाल के रूप में जानने वाली पर्यावरण संधि को विभिन्न आयामों से उकेरा था। वहीं ओजोन क्षयकारी पदार्थों को लक्षित कर चित्र बनाये थे, जिसमें क्लोरोफ्लोरोकार्बन के दुष्प्रभावों पर प्रकाश डाला था। इस अवसर पर बड़ी संख्या में छात्राओं के साथ विभाग की प्राध्यापक कु0 मंजू चंद्राकर, कु0 नेहा यादव उपस्थित थी।