Clay Ganesha Workshop in SSSSMV

स्वरूपानंद महाविद्यालय में मिट्टी से गणेश बनाने की कार्यशाला का समापन

भिलाई। स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय में शिक्षा विभाग द्वारा मिट्टी से गणेश प्रतिमा बनाने का प्रशिक्षण महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं को दिया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के समस्त विभाग के विद्यार्थियों एवं प्राध्यापको ने अपनी सहभागिता दी। यह प्रशिक्षण बीएड तृतीय सेमेस्टर के विद्यार्थी दिनेश कुमार पटेल ने दिया जिसने गणेश प्रतिमा बनाना वर्कशॉप में शामिल होकर सीखा था।
कार्यक्रम प्रभारी डॉ. शैलजा पवार ने बताया कि इसका उद्देश्य पर्यावरण को सुरक्षित बनाना है। मिट्टी एक ऐसा माध्यम है जो रचनात्मकता को बढ़ावा देती है। आत्मविश्वास को बढ़ाकर, आत्म-अभिव्यक्ति को प्रोत्साहित करती है साथ ही पर्यावरण को संरक्षण प्रदान करती है।
महाविद्यालय के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. दीपक शर्मा ने इस आयोजन हेतु शिक्षा विभाग को बधाई दी और कहा गंगा एवं अन्य पवित्र मिट्टियों से बनी मूर्ति की पूजा करने से हर तरह के पाप नष्ट हो जाते है जहां से भी मिट्टी लेते है वहाँ चार अंगुल का गड्ढा खोदकर अंदर की मिट्टी लेकर भगवान गणेश की मूर्ति बनाई जानी चाहिए।
शंकराचार्य कॉलेज ऑफ नर्सिंग की मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. मोनिषा शर्मा ने कहा मिट्टी से बने मूर्ति में भगवान का वास होता है और भगवान भी इससे प्रसन्न होते है साथ ही पूजा के दौरान हमें सकारात्मक ऊर्जा मिलती है। शिक्षा विभाग द्वारा यह प्रयास सराहनीय है।
महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. हंसा शुक्ला ने कहा विद्यार्थियों को गणेश प्रतिमा बनाना सिखाने से उनके अंदर सृजनशीलता का विकास होता है साथ ही हम मिट्टी के गणेश का विसर्जन अपने घर में ही करके, पौधों में उसके पानी का सिंचन कर पौधे, मिट्टी एवं जलश्रोतो का संरक्षण कर सकते हैं।
महाविद्यालय की उपप्राचार्य डॉ. अजरा हुसैन ने कहा कि प्लास्टर ऑफ पेरिस या सीमेंट के बने गणेश हमारे पर्यावरण को नुकसान पहुँचाते है। अतः मिट्टी के गणेश बनाकार युवा जन-जन तक पर्यावरण जागरूकता फैला सकते है।
इस अवसर पर महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक एवं विद्यार्थीगण उपस्थित हुए।

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