फेफड़े के आर-पार निकल गया चाकू, दूरबीन पद्धति से की सर्जरी
भिलाई। आपसी मारपीट में एक 23 वर्षीय युवक पर जानलेवा हमला हो गया. युवक के सीने में तेज धारदार हथियार घोंप दिया गया जो उसके फेफड़े को चीरता हुआ निकल गया. सामान्यतः ऐसे मामलों में थोराकोटोमी करने की जरूरत पड़ती है. पर हाइटेक हॉस्पिटल में दूरबीन पद्धति से युवक का इलाज कर दिया गया. युवक ही हालत अभी स्थिर है और वह तेजी से स्वास्थ्य लाभ कर रहा है.
लैप्रोस्कोपिक एवं वैट्स सर्जन डॉ एनके शर्मा ने बताया कि ऐसी चोटें किसी भी अन्य चोट से बहुत अलग होती है. आम तौर पर जख्म से रिसते खून को रोकने के लिए कसकर पट्टी बांधने की सलाह दी जाती है पर जब रक्त फेफड़े से आ रहा हो तो बाहर कसकर पट्टी बांधने का कोई फायदा नहीं होता. उलटे नुकसान ही होता है कि खून शरीर के अंदर जमा होने लगता है. फेफड़े तक कट होने की वजह से युवक की सांसें आवाज के सीने से आ जा रही थी. यह एक भयावह दृश्य था.
डॉ शर्मा ने बताया कि युवक को रात 10 बजे के बाद अस्पताल लाया गया था. 11 बजे तक उसकी सर्जरी कर दी गई. इसके लिए घाव वाली जगह से ही दूरबीन डालकर फेफड़े की मरम्मत कर रक्तप्रवाह को रोक दिया गया. किसी अतिरिक्त कट की आवश्यकता नहीं पड़ी. लगभग आधे घंटे में यह प्रक्रिया पूरी हो गई. युवक का लगभग एक लिटर खून बह गया था. उसे दो यूनिट रक्त चढ़ाना पड़ा. थोराकोटोमी करने पर न केवल आपरेशन लंबा होता बल्कि मरीज को ठीक होने में भी ज्यादा वक्त लगता.
स्वास्थ्य लाभ कर रहे युवक ने बताया कि वह बटालियन के पेट्रोल पम्प में काम करता है. वहां कुछ युवक मारपीट कर रहे थे. वह बीच-बचाव करने की कोशिश कर रहा था तभी किसी ने उसे चाकू मार दिया. इसके बाद उसे तत्काल अस्पताल पहुंचा दिया गया.