सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण सभी का दायित्व – केदार

kedar kashyapकोंडागांव. छत्तीसगढ़ के 19 जिलों के लोक नर्तक दलों की सहभागिता के साथ दो दिवसीय शहीद वीर नारायण सिंह स्मृति लोक कला महोत्सव का दिनांक 08/12/2015 को समापन हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास एवं स्कूल शिक्षा विभाग मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि शहीद वीर नारायण सिंह के साहसिक एवं जनहित कारी कार्यो से आदिवासी समाज गौरवान्वित हुआ हैं। उन्होंने अपने निर्भीकता, देशप्रेम और स्वाभिमान की भावना से अंग्रेजों संघर्ष किया और आज भी लोगो के लिए प्रेरणा स्त्रोत हैं। Read Moreउन्होंने कहा कि अंचल की समृद्ध कला एवं नृत्य संस्कृति का संरक्षण, संर्वधन हेतु निरंतर ऐसे आयोजन किए जाने चाहिए। इस अवसर पर उन्होंने अपने अतीत के कला एवं संस्कृति से जुड़े प्रसंगो से उपस्थित जनसमुदाय को अवगत कराया। अपनी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि विभिन्न जिलों से आए नर्तक दलों ने अपने क्षेत्र की संस्कृति रीति-रिवाजों और परिवेश का एक ही स्थान पर जीवन्त प्रदर्शन किया। जिले की कलेक्टर श्रीमती शिखा राजपूत तिवारी ने सभी नर्तक दलों को शुभकामना देते हुए कहा कि इस दो दिवसीय लोक कला महोत्सव में नर्तक दलों ने बहुरंगी संस्कृति की झलक से लोगो का मनमोह लिया। उन्होंने आशा व्यक्त किया कि सभी लोक नृत्य दल अपनी सांस्कृतिक, समृद्ध, नृत्य संस्कृति का न केवल छत्तीसगढ़ में बल्कि देश-विदेश में भी प्रदर्शन करेंगें। समापन समारोह में लोक नृत्य दलों की प्रस्तुतियों पर निर्णायकों द्वारा किए गए मूल्यांकन के आधार पर जिला कोण्डागांव, बेमेतरा एवं गरियाबंद जिले का चयन किया गया। इसके अलावा सभी 19 जिलों के लोक नर्तक दलों को शील्ड एवं स्मृति चिन्ह भी प्रदान किए गए। कार्यक्रम का मंच संचालन श्रीमती मधु तिवारी एवं आर.के.जैन द्वारा किया गया। इस अवसर पर पूर्व विधायक मंगल राम उसेण्डी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अभिजीत सिंह, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास पी.एल.रामटेके सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थें।

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