शिक्षा के वृहद उद्देश्य पर रहे ध्यान : चावरे
स्वरुपानंद महाविद्यालय में अतिथि व्याख्यान
भिलाई। स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय के शिक्षा विभाग में जिला शिक्षा अधिकारी आशुतोष चावरे का अतिथि व्याख्यान संपन्न। डी.एड., बी.एड. एवं एम.एड. प्रशिक्षणार्थियों को शिक्षण संबंधी निर्देशों का पालन करने हेतु जिन बातों को ध्यान देना है इसी विषय पर अतिथि व्याख्यान हेतु दुर्ग जिला के जिला शिक्षा अधिकारी आशुतोष चावरे ने कहा कि विद्यार्थी को शिक्षा क्यो देनी चाहिए। शिक्षा का उद्देश्य छोटा भी है और बड़ा भी है आप किस रुप में शिक्षा देना चाहते है। राष्ट्र के प्रति समर्पण की भावना के साथ शिक्षा देना चाहिए, क्योंकि शिक्षक राष्ट्र निर्माता है।
भाव की प्रमुखता के साथ फील्ड में शिक्षण कार्य संपन्न किया जाना चाहिए तथा परिस्थितियों को समझ कर कार्य कर सकें इसलिए आपको फील्ड में शिक्षण को लिए भेजा जाता है।
प्राचार्य डॉ. श्रीमती हंसा शुक्ला ने विषय ज्ञान एवं समय प्रबंधन पर जोर देते हुए कहा कि यदि शिक्षक को विषय का ज्ञान है और सही समय पर बच्चों को शिक्षा देता है तो निश्चित ही बच्चे अपना सही मार्ग प्रशस्त करेंगे। विभागाध्यक्ष डॉ. पूनम निकुंभ ने कहा कि प्रशिक्षण सभी क्षेत्रों में हो ना केवल शिक्षण में। एक अच्छा शिक्षक बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ एक अच्छा नागरिक बनने की भी शिक्षा दे। प्रभारी डॉ. श्रीमती रचना पाण्डेय ने मंच का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन दिया। शिक्षा विभाग के सभी प्राध्यापक/ प्राध्यापिकायें एवं छात्र-छात्रायें उपस्थित थे।