ऐरो माइक्रोबायोलॉजी पर भिलाई महिला महाविद्यालय में व्याख्यान

भिलाई। भिलाई महिला महाविद्यालय के सूक्ष्मजीव विभाग में एसोसिएशन का उद्घाटन महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ संध्या मदन मोहन द्वारा किया गया। उद्घाटन समारोह की मुख्य वक्ता शासकीय विज्ञान महाविद्यालय, दुर्ग के सूक्ष्मजीव विज्ञान की अध्यक्ष डॉ प्रज्ञा कुलकर्णी थीं। एसोसिएशन को बायोसिस नाम दिया गया जिसका अर्थ था ‘जीविता’, सूक्ष्मजीव विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ रंजना साहू ने बायोसिस एसोसिएसन के बारे में विस्तार से समझाया।भिलाई। भिलाई महिला महाविद्यालय के सूक्ष्मजीव विभाग में एसोसिएशन का उद्घाटन महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ संध्या मदन मोहन द्वारा किया गया। उद्घाटन समारोह की मुख्य वक्ता शासकीय विज्ञान महाविद्यालय, दुर्ग के सूक्ष्मजीव विज्ञान की अध्यक्ष डॉ प्रज्ञा कुलकर्णी थीं। एसोसिएशन को बायोसिस नाम दिया गया जिसका अर्थ था ‘जीविता’, सूक्ष्मजीव विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ रंजना साहू ने बायोसिस एसोसिएसन के बारे में विस्तार से समझाया।भिलाई। भिलाई महिला महाविद्यालय के सूक्ष्मजीव विभाग में एसोसिएशन का उद्घाटन महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ संध्या मदन मोहन द्वारा किया गया। उद्घाटन समारोह की मुख्य वक्ता शासकीय विज्ञान महाविद्यालय, दुर्ग के सूक्ष्मजीव विज्ञान की अध्यक्ष डॉ प्रज्ञा कुलकर्णी थीं। एसोसिएशन को बायोसिस नाम दिया गया जिसका अर्थ था ‘जीविता’, सूक्ष्मजीव विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ रंजना साहू ने बायोसिस एसोसिएसन के बारे में विस्तार से समझाया।एसोसिएशन के नाम की सराहना की गई। डॉ प्रज्ञा कुलकर्णी ने ऐरो माइक्रोबायोलॉजी पर व्याख्यान दिया। एसोसिएशन बायोसिस के अंतर्गत पदाधिकारियों का चुनाव किया गया। पूजा भेड़िया अध्यक्ष, डाली पिस्दा उपाध्यक्ष, रीना वर्मा सचिव और रौशनी रजक उपसचिव मनोनीत किये गये। महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ संध्या मदन मोहन ने उन्हें पदभार सौंपा।
इस अवसर पर उप प्राचार्य अनीता नरूला, सूक्ष्मजीव विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ रंजना साहू और सूक्ष्मजीव विभाग की प्राध्यापकगण डॉ प्रतीक्षा पाण्डेय, डॉ सुधा राव, डॉ भावना पांडेय और डॉ भारती वर्मा के साथ ही सू्क्ष्म जीव विज्ञान की सभी स्नातक, स्नातकोत्तर स्तर की छात्राएं उपस्थित थीं।

One thought on “ऐरो माइक्रोबायोलॉजी पर भिलाई महिला महाविद्यालय में व्याख्यान

  1. Good job! Congratulations! Take up a project that will help the poor and specially the women. Besides, form groups of students and assign them projects.

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