Workshop on NEP in VYT PG College

एकेडेमिक बैंक ऑफ क्रेडिट्स भविष्य में विद्यार्थियों का शैक्षणिक बैंक

दुर्ग। शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय एवं उच्चशिक्षा संचालनालय छत्तीसगढ़ के संयुक्त तत्वावधान में एकेडेमिक बैंक आॅफ क्रेडिट्स विषय पर एक दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन 13 अप्रैल को किया गया। यह कार्यशाला राज्य के सभी शासकीय एवं निजी विश्वविद्यालयों एवं सभी स्वशासी महाविद्यालयों के लिए आयोजित की गयी। यह कार्यशाला नयी शिक्षा नीति के अंतर्गत प्रत्येक विद्यार्थी के डिजि लाॅकर बनाने एवं उसमें विद्यार्थी के क्रेडिट एक्युमेलेशन एवं उसके लाभ से संबंधित जानकारी देने के लिए आयोजित की गयी थी।

महाविद्यालय के राधा कृष्णन हाॅल में आयोजित इस कार्यशाला की मुख्य अतिथि शारदा वर्मा, आयुक्त उच्चशिक्षा विभाग, अध्यक्ष डाॅ. सुशील चन्द्र तिवारी क्षेत्रीय अतिरिक्त संचालक, उच्चशिक्षा विभाग, दुर्ग संभाग, संरक्षक डाॅ. आर.एन. सिंह, प्राचार्य, शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय, दुर्ग संचालक डाॅ. जी.ए. धनश्याम, विशेष कर्तवस्थ अधिकारी, राज्य स्तरीय गुणवत्ता निश्चयन प्रकोष्ठ एवं संयोजक डाॅ. अनिल कुमार, प्राध्यापक थे।
कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में आयुक्त ने नयी शिक्षा नीति के क्रियान्वयन में इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को अत्यंत आवश्यक बताया एवं सभी विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों को डिजि लाॅकर एवं (ABC) को लागू करने हेतु निर्देशित किया।
कार्यशाला में डिजि लाॅकर एवं एकेडेमिक क्रेडिट मेंटेंनेंस, विश्वसनीयता एवं गोपनीयता पर प्रशिक्षण देने हेतु मिनिस्ट्री आॅफ इलेक्ट्रानिक एण्ड इन्फाॅरमेंषन टेक्नालाॅजी भारत सरकार, नई दिल्ली से गौरव खरे नेशनल काॅडिनेटर, रोहित सिंह, स्टेट काॅडिनेटर एवं पूनम सिंह तकनीकी सहायक उपस्थित थे। साथ ही छत्तीसगढ़ राज्य की डिजि लाॅकर टीम की ओर से मोहम्मद हैदरी एवं नीलेश सोनी, रायपुर उपस्थित थे।
कार्यशाला में नयी शिक्षा नीति 2020 लागू होने के पश्चात् शिक्षा नीति के अनुसार प्रत्येक विद्यार्थी के लिए डिजि लाॅकर खोलने शिक्षकों एवं विद्यार्थियों द्वारा उसका उपयोग करने तथा एकेडेमिक बैंक आॅफ क्रेडिट (ABC) लाॅकर खोलने, उसका क्रियान्वयन तथा विद्यार्थियों के लिए इसकी उपयोगिता पर विस्तृत जानकारी दी गयी। साथ ही डिजि लाॅकर एवं (ABC) की धारणा को जन सामान्य तक पहुंचाने हेतु प्रत्येक विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय को डिजि लाॅकर सेल खोलने तथा जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने हेतु निर्देश दिया गया, जिससे नयी शिक्षा नीति का सफलता पूर्वक क्रियान्वयन किया जा सके तथा प्रत्येक विद्यार्थी को उसके परिश्रम का उचित लाभ मिल सके।
कार्यक्रम में विषेषज्ञों के द्वारा डिजि लाॅकर से संबंधित प्रतिभागियों की शंकाओं का निराकरण किया गया एवं कार्यक्रम के अंत में प्रतिभागियों ने इस कार्यषाला की उपयोगिता से संबंधित अपने विचार प्रस्तुत किए एवं कार्यक्रम को अत्याधिक उपयोगी बताया तथा भविष्य में इस प्रकार और कार्यक्रम आयोजित करने का आग्रह किया।
कार्यक्रम में 31 विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालयों से लगभग 80 प्रतिभागी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डाॅ. जी.ए. घनश्याम एवं डाॅ. अनिल कुमार ने किया। कार्यक्रम के अंत में डाॅ. प्रज्ञा कुलकर्णी ने धन्यवाद ज्ञापन किया।

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