जीडीआरसीएसटी के स्टूडेंट्स पहुंचे वृद्धाश्रम

gdrcstभिलाई। जीवन के संध्याकाल में जब परिवार और परिजनों की सर्वाधिक जरूरत महसूस होती है तब वृद्धाश्रम में एकाकी जीवन गुजारना कितना कष्टप्रद होता है, इसे केवल देख कर ही महसूस किया जा सकता है। अपने अपने परिवारों से दूर यहां अनजान वृद्धजनों के सान्निध्य में केवल मौत का इंतजार ही किया जा सकता है। यहां के लोग दिन के अधिकांश घंटे अपनी अपनी चारपाई पर मच्छरदानियों के नीचे लेटे या बैठे हुए ही मिलते हैं। रूंगटा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस भिलाई-रायपुर के चेयरमैन संतोष रूंगटा इनके दिलों की टीस को महसूस करते हैं। शायद इसीलिए उन्होंने जीडी रूंगटा कालेज ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के स्टूडेंट्स को दीपावली मिलन के लिए यहां जाने की प्रेरणा दी।
gdrcst, pulgaon oldage homeपुलगांव स्थित वृद्धाश्रम पहुंचे इन बच्चों के लिए यह एक नितांत नया अनुभव था। उन्होंने इन्हें दादा-दादी कहकर संबोधित किया तो इन बुजुर्गों की आंखें भीग गईं। इन बच्चों का सिर थामकर उन्हें आशीष देते उनका कलेजा मुंह को आने लगा, होंठ फडफ़ड़ा कर रह गए। छात्र-छात्राएं जल्द ही इन बुजुर्गों से घुल-मिल गईं और इनके बीच एक अनजाना सा रिश्ता बन गया। इसके बाद बच्चों ने वह धमाचौकड़ी मचाई कि इन बुजुर्गों के जीवन में वर्षों बाद खुशियों का सैलाब आ गया। बच्चों ने गीत गाए, नृत्य किया और बुजुर्गों को भी इसमें शामिल कर लिया। उनकी आवाज बच्चों की आवाज में एकाकार हो गई, बच्चों के साथ उनके भी पांव थिरकने लगे। बच्चों ने बुजुर्गों को उपहार दिए और आशीर्वाद लिया। नृत्य गीत में अच्छी प्रस्तुति देने वालों को सम्मानित किया गया। शाम ढले जब लौटने का वक्त हुआ तो बच्चे और बुजुर्ग दोनों का ही गला भर आया। फिर मिलने के वायदे के साथ अंतत: उन्हें जुदा होना ही पड़ा।
gdrcst plantationइस कार्यक्रम में डायरेक्टर एडमिनिस्ट्रेशन प्रो. जेपी शर्मा, सीईओ साइंस कॉलेजेस संजीव शुक्ला एवं प्राचार्या डॉ. श्रीमती कनक सिन्हा, सहायक प्राध्यापक रूबी कम्बो, पूनम यादव, खुशबू कुमार साहू एवं नवनीत सोनी तथा विद्यार्थियों में जितेन्द्र, श्वेता, चंद्रिका, सुष्मिता, नम्रता, कामेश, अंजीत, भूपेन्द्र, मानसी, देवकरण, आकांक्षा, मयूर, विशाल, शुभम आदि का प्रमुख योगदान रहा। इस अवसर पर वृद्धाश्रम के बगीचे में संयुक्त रूप से पौधारोपण किया गया। स्टूडेंट्स द्वारा वृद्धाश्रम के बुजुर्गों के लिए मध्यान्ह भोजन की भी व्यवस्था की गई थी जिसका बुजुर्गजनों ने भरपूर आनंद लिया। कार्यक्रम के अंत में आभार प्रदर्शन विभागाध्यक्ष फरहत अंजुम ने किया।

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