मेरे घर के पास मत रखो डस्टबिन

naya suraj, atripta anandभिलाई। स्वच्छ भारत अभियान की राह के रोड़ों को स्थानीय जयंती स्टेडियम में अतृत्प आनंद की टीम ने बखूबी प्रस्तुत किया। दर्पण कला केन्द्र की प्रस्तुति नुक्कड़ नाटक – नया सूरज के कलाकार रामायण चौधरी, सविता चौधरी, पूजा गिरी, चन्द्र प्रकाश एवं अतृप्त आनंद ने हास्य का पुट देते हुए इस गंभीर समस्या को कुछ ऐसे प्रस्तुत किया कि लोग हंसते-हंसते लोटपोट हो गए। [More]
naya-surajकलाकारों ने दिखाया कि स्वच्छता से हम लोग क्या समझते हैं। हम अपने घर का कूड़ा निकालकर दूसरे के घर के आगे डाल देते हैं। कूड़ा वहां से कहीं और चला जाता है और फिर घूम फिरकर मोहल्ले में ही बना रहता है। नगर निगम के लोग कूड़े को इकट्ठा करने के लिए डस्टबिन लगाना चाहता है तो कोई उसे अपने घर के पास डस्टबिन नहीं लगाने देता। लोग कहते हैं कि यहां के लोग कूड़ा डस्टबिन में डालने के बजाय उसके बाहर डाल देते हैं जो उनके घर तल चला आएगा। कलाकार लोगों को बताने का प्रयास करते हैं कि स्वच्छता के लिए हमें खुद को थोड़ा बदलना होगा, नगर निगम का सहयोग करना होगा। कूड़ा कूड़ेदान में ही डालना होगा और मोहल्ले की सफाई के लिए सबको सामूहिक प्रयास करने होंगे। वरना इसी कचरे से एक दिन भयंकर बीमारियां निकलेंगी और हमें, हमारे बच्चों को अपनी गिरफ्त में ले लेंगी। नाटक को यहां भरपूर सराहना मिली।

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