बांग्लादेश का दिल जीत आए मोदी

narendra modi प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बांग्लादेश दौरे के दूसरे दिन वहां के एक अखबार ने छापा कि लैंड बाउंड्री एग्रीमेंट इस सदी की सबसे बड़ी घटना है। बांग्लादेश के एक अखबार ने भारत-बांग्लादेश समझौते को बर्लिन की दीवार गिरने से जोड़ते हुए लिखा यह बहुत बड़ा विचार है। यही घटना कहीं और होती तो दुनिया में खूब चर्चा होती। नोबेल पुरस्कार देने के लिए रास्ते खोले जाते। हमें कोई नहीं पूछेगा, क्योंकि हम गरीब देश हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपनी बांग्लादेश यात्रा के आखिरी दिन कहा कि अब उनकी इस दो दिन की यात्रा का देश और दुनिया में पोस्टमॉर्टम किया जाएगा। उन्होंने कहा, इस दो दिन की यात्रा के बाद न सिर्फ एशिया, लेकिन पूरा विश्व बारीकी से पोस्टमॉर्टम करेगा। कोई तराजू लेकर के बैठेंगे कि क्या खोया, क्या पाया। लेकिन अगर एक वाक्य में मुझे कहना है तो मैं कहूंगा कि लोग सोचते थे हम पास-पास हैं, लेकिन अब दुनिया को स्वीकार करना पड़ेगा कि हम पास-पास भी हैं और साथ-साथ भी हैं। Read More
मोदी ने फर्जी करंसी को लेकर पाक पर हमला बोलते हुए कहा कि पाकिस्तान की करनी से बदनामी बांग्लादेश को भुगतनी पड़ती है। मोदी ने कहा, ‘फेक करंसी… करे कोई, खाए कोई और बदनामी बांग्लादेश को मिले। अब बांग्लादेश सरकार इस प्रकार की चीजों को चलने देना नहीं चाहती है।’ पाकिस्तान पर हमला जारी रखते हुए उन्होंने कहा, कभी-कभार सीमा पर घटना ऐसी हो जाती है जिससे तनाव पैदा हो जाता है। किसी निर्दोष की मौत हर किसी के लिए पीड़ादायक है। गोली यहां से चली या वहां से चली, मरने वाला गरीब होता है। हमारी सीमा पर ऐसी वारदात न हो और उसके कारण हमारे बीच तनाव पैदा करने वाले तत्वों को ताकत मिलने का मौका न मिले, यह हम दोनों देशों की जिम्मेदारी है।
पड़ोसी की उपलब्धि पर हुए प्रसन्न
मोदी ने अपनी चीन यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि वहां के एक रेडीमेड गारमेंट के सीईओ मुझे बता रहे थे कि मोदी जी आपका तो सवा सौ करोड़ का देश है। आप कर क्या रहे हो? आपके बगल में 17 करोड़ का देश आज नंबर टू पर खड़ा है गारमेंट की दुनिया में। किसी को यह लगता होगा कि उस समय मोदी को क्या लगा होगा। मैं दिल से कहता हूं कि मुझे इतना आनंद आया… इतना आनंद आया… मेरा पड़ोसी इतना बड़ा पराक्रम करे तो, हमें आनंद आना स्वाभाविक है।
जलते होंगे बांग्लादेश के मर्द
बांग्लादेश ने महिला सशक्तीकरण के लिए जबर्दस्त काम किया है। बांग्लादेश के पुरुषों को जलन होती होगी कि प्रधानमंत्री महिला, स्पीकर महिला, नेता विपक्ष महिला, विपक्षी पार्टी की नेता महिला और यहां कि वाइस चांसलर महिला। लेकिन हम गरीब हैं, इसकी दुनिया में चर्चा नहीं होती।
बांग्लादेश की क्रिकेट में है दम
क्रिकेट की दुनिया में बांग्लादेश की एंट्री देर से हुई, लेकिन आज भारत हो या पाकिस्तान कोई भी क्रिकेट टीम बांग्लादेश की टीम को कम आंकने की हिम्मत नहीं कर सकती है।
पंछी, पवन और पानी पर वीजा नहीं
तीस्ता के पानी की चर्चा होना स्वाभाविक है। मुझे भरोसा है, बल्कि मेरा मत है कि पंछी, पवन और पानी इन तीन को वीजा नहीं लगता है। इसलिए पानी राजनीतिक मुद्दा नहीं हो सकता है। पानी का मानवीय मूल्यों के आधार पर समाधान होना चाहिए। कोशिश जारी रहनी चाहिए। विश्वास टूटना नहीं चाहिए।

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