बाइक के इंजन से बना रहे हेलीकाप्टर
भिलाई। हीरो होण्डा के इंजन से जनरेटर बनाने की खबरें तो आती रही हैं किन्तु अब बाइक के इंजन से हेलीकाप्टर बनाने की कोशिश कर नक्सलियों ने तकनीकी क्षेत्रों में खलबली मचा दी है। पहले जहां जनरेटर के लिए हीरो होण्डा की मोटरसाइकिलों की चोरी होती थी वहीं अब भारी इंजन वाले बाइकों की शामत आती दिख रही है। रांची एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक जंगलों और गाँव में फैले झारखण्ड के नक्सली अब पुलिस का मुकाबला करने के लिए हेलीकाप्टर बनाने में जुट गए हैं। उनकी योजना है कि यह हेलीकाप्टर हीरोहोंडा मोटर सायकिल के इंजन से बना लिया जाए। इसके लिए नक्सलियों ने बाकायदा एक टेक्नीकल टीम भी बना ली है। हालांकि कुछ लोगों का मत है कि इसके लिए पल्सर का इंजन बेहतर साबित हो सकता है। Read More
पुलिस को मिली खबर के मुताबिक हीरो मोटरसाइकिल के इंजन से नक्सली टू-सीटर हेलिकॉप्टर बनाने पर काम कर रहे हैं। वे रिमोट से आईईडी ब्लास्ट करने की तकनीक पर भी काम कर रहे हैं। इन प्रोजेक्ट्स को पूरा करने के लिए माओवादियों ने स्पेशल एरिया कमेटी और तकनीकी शाखा का गठन किया है। हर काम की जिम्मेदारी अलग-अलग शख्स को दी गई है। यह खुलासा नक्सलियों की एक चिट्ठी से हुआ है। इस चिट्ठी के जरिए नक्सली नेता ने बैठक में लिए गए निणर्यों की जानकारी अपने वरिष्ठ नेताओं को दी है। अगली बैठक बिहार के जमुई में 13 से 20 जुलाई के बीच रखी गई है। इसमें नए प्रोजेक्ट्स की प्रगति की समीक्षा की जाएगी।
खुफिया महकमे को मिले पत्र के मुताबिक अनुज उर्फ परवेज इसका प्रोजेक्ट लीडर है। माओवादी ऐसा हेलिकॉप्टर बनाना चाहते हैं, जो सामान के साथ दो लोगों को लेकर उड़ सके। इस हेलिकॉप्टर का उपयोग पुलिस के खिलाफ करने की योजना है।
माओवादियों का अगला प्रोजेक्ट रिमोट कंट्रोल आईईडी है। इसका काम शुरू हो चुका है। आईईडी बन जाने से माओवादी रिमोट के जरिए बम ब्लास्ट कर पाएंगे। माओवादी अनुज के लिखे पत्र में इसका जिक्र है। अनुज ने लिखा है कि वह खुद रिमोट बनाना सीख रहा है। अनुज ने अपने नेता से इन सबके लिए एक दस्ता और 50 लाख रुपए भी मांगे हैं।