कॉन्फ्लूएंस महाविद्यालय में सजाई गई “नेकी की दीवार”
राजनांदगांव. महाविद्यालय में पिछले कई सत्र से नेकी की दीवार एक पहल के रूप में चलाया जा रहा है जिसके अंतर्गत जरूरतमंदों की सेवा करने का प्रयास किया जाता रहा है इसी पहल को इस सत्र में भी महाविद्यालय के बेस्ट प्रैक्टिस सेल के द्वारा प्राध्यापकों एवं विद्यार्थियों के सहयोग से नेकी की दीवार का शुभारंभ किया गया जिसमें कपड़े जूते चप्पल चादर कंबल कॉपी पेंसिल पेन आदि वस्तुओं का स्टॉल लगाया गया जिसमें गोद ग्राम परी कला एवं आसपास के क्षेत्रों के लोगों को बुलाकर इसका आयोजन किया गया एवं वह अपनी जरूरत के हिसाब से चीजों को प्राप्त किए। इस नेकी की दीवार का शुभारंभ महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ रचना पांडे द्वारा किया गया उन्होंने कहा कि महाविद्यालय द्वारा नेकी की दीवार का उद्देश्य शैक्षणिक कार्य के साथ-साथ सामाजिक कार्य में भी अपना योगदान देना है इसमें जरूरतमंद को अगर इनमें से किसी भी वस्तु की आवश्यकता है तो वह इसे बिना मांगे ले जा सकते है और इसका उपयोग कर सकते हैं प्राध्यापकों के इस कार्य को सराहा जिन्होंने विद्यार्थियों को इस नई सोच के लिए प्रेरित किया और कहा कि कोई भी विद्यार्थियों प्राध्यापक अपने घर से जो सामान प्रयोग में नहीं आ रहा हो उसे यहां महाविद्यालय में ला करके रख सकते हैं।
महाविद्यालय के संचालक आशीष अग्रवाल, संजय अग्रवाल एवं डॉ मनीष जैन ने महाविद्यालय की बेहतरीन सोच और समाज के लिए कुछ करने की भावना पर सभी को बहुत-बहुत बधाई दी और आशा जताई कि भविष्य में इसी तरह के कार्य कर महाविद्यालय को गौरवान्वित करें।