HUnar ki Pathshala in Shaildevi Mahavidyalaya

शैलदेवी महाविद्यालय में किया “हुनर की पाठशाला” का आगाज

अण्डा, दुर्ग। शैलदेवी महाविद्यालय के तत्वावधान में 3 मार्च को हुनर की पाठशाला का आगाज हुआ। इसका समय प्रातः 10:00 बजे से सायं 5:00 बजे तक है। यह कार्यक्रम 1 सप्ताह तक संचालित होगी। इस कालखंड में इच्छुक व्यक्ति पंजीयन कराकर प्रशिक्षण ले सकते हैं। भविष्य में भी यह पाठशाला प्रशिक्षणार्थियों के रुचि अनुसार संचालित की जाएगी। इस पाठशाला में विभिन्न विषयों में प्रशिक्षण हेतु अनेक अनुभवी प्रशिक्षकों की नियुक्ति की गई है।
यह एक ऐसा कार्यक्रम है जिसका लाभ न केवल शैलदेवी महाविद्यालय के विद्यार्थी वरन अन्य विद्यार्थी या आम जनमानस भी उठा सकते हैं चाहे वह कहीं में अध्ययनरत हो या न हों। वे अपनी रुचि एवं कार्य क्षमता अनुसार इस पाठशाला में भर्ती होकर अपने कार्यशैली व कुशलता में चार चांद लगा अपने भविष्य को संवार कर धन, मान, पद युक्त एक बेहतर रोजगार प्राप्त कर सकते हैं। यह पाठशाला अपने आप में एक अद्वितीय कार्यक्रम है जो कदाचित ही भूतकाल में कहीं किसी संस्था द्वारा आयोजित की गई होगी।
इस पाठशाला में इच्छुक व्यक्ति नि:शुल्क ही इन विभिन्न तकनीकी/गैर तकनीकी विषयों जैसे घरेलू इलेक्ट्रिक वायरिंग, कूलर रिपेयरिंग, सीलिंग फैन रिपेयरिंग, पुराना सी.एफ.एल. बनाना, लेथ मशीन चलाना, गैस वेल्डिंग, ग्राइंडिंग, कार ड्राइविंग, ट्यूबलेस टायर पंचर बनाना, प्लंबर, सोलर मशीन इंस्टॉलेशन, बेसिक कंप्यूटर, सिलाई–कढ़ाई, ब्यूटीपार्लर, केक बनाना, भरतनाट्यम, क्लासिकल संगीत, वीडियो /फोटोग्राफी, हारमोनियम बजाना, और योग आदि में प्रशिक्षण प्राप्त कर अपनी प्रतिभा को निखार सकते हैं। इस पाठशाला में प्रशिक्षण लेने हेतु कार्यक्रम के 1 सप्ताह पूर्व से ही पंजीयन हेतु भीड़ जुटना आरंभ हो गया था।
जनसमूह के अपार समर्थन एवं सीखने की ललक को देखकर शैलदेवी महाविद्यालय के अध्यक्ष राजन कुमार दुबे ने कहा कि हमें आशा तो थी कि अधिकाधिक लोग इसमें भाग लेंगे परंतु यह कदापि सोचा नहीं था कि इतना जन समूह एकत्र हो जाएगा। उन्होंने इस पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि नि:शुल्क प्रशिक्षण के माध्यम से हमारी संस्था समाज में व्याप्त कुरीतियों को समाप्त कर उचित प्रशिक्षण व मार्गदर्शन देकर युवाओं को स्वरोजगार हेतु प्रेरित करना है जिससे उनके आर्थिक व सामाजिक स्थितियों में सुधार हो और वे एक सम्मानजनक जीवन जी सके। अध्यक्ष ने प्रशिक्षणार्थियों को सुखद भविष्य हेतु शुभकामनाएं प्रेषित किए। सुखद भविष्य एवम् आत्मनिर्भरता हेतु इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

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