सिर्फ साढ़े तीन लिटर पानी ही सेहत के लिए अच्छा

girl-drinking-waterनई दिल्ली। अच्छी सेहत के लिए सिर्फ 3-3.5 लिटर पानी ही अच्छा है। जिस तरह कम पानी पीना सेहत के लिए ठीक नहीं है, ठीक उसी तरह ज्यादा पानी पीना भी नुकसान पहुंचा सकता है। डॉक्टरों का कहना है कि ज्यादा पानी पीने से आपके ऑर्गन को अधिक काम करना पड़ता है। इससे उसके काम करने की क्षमता प्रभावित होती है। अगर कोई मधुमेह या प्रोस्टेट का मरीज है या फिर ओवर एक्टिव ब्लैडर है तो उसके लिए भी ज्यादा पानी सही नहीं होता है। हेल्दी रहने और बीमारी से बचने या कंट्रोल में रखने के लिए ढाई से तीन लीटर पानी ही पीना चाहिए। यह सभी प्रकार के लोगों के लिए सही है।
गंगाराम अस्पताल के यूरोलॉजिस्ट डॉक्टर अमरेंद्र पाठक ने बताया कि 80 साल के एक बुजुर्ग केवल रात में 12 बार यूरिन के लिए जाते थे। दिन में 6-7 बार यूरिन होता था। यूरिन के लिए वह जितनी बार जाते थे उतनी बार वह 400 से 500 एमएल पानी पी लेते थे। रात में दो लीटर पानी पीने वाले इस बुजुर्ग को यह बीमारी बहुत ज्यादा पानी पीने की वजह से हो रही थी। उन्होंने पानी कम किया तो उनकी सारी परेशानी दूर हो गई।
डॉक्टर ने बताया कि कई ऐसे मरीज आ रहे हैं, जो आयुर्वेद या दूसरे थेरेपी के बताए अनुसार सुबह उठते ही एक लीटर पानी पीते हैं। रात में सोने से पहले एक लीटर पानी पी लेते हैं। इससे इन लोगों की बीमारी बढ़ जाती है। ऐसी स्थिति में पानी को बॉडी से बाहर निकालने के लिए किडनी को ज्यादा काम करना पड़ता है। किसी की किडनी पहले से खराब है, तो उनकी किडनी काम ही नहीं कर पाती।
डॉक्टर पाठक का कहना है कि आम लोगों में यह एक गलत धारणा है कि ज्यादा पानी पीने से सेहत अच्छी रहती है, कोई बीमारी नहीं होती। नॉर्मल इंसान को भी ज्यादा पानी नहीं पीना चाहिए। प्यास के मुताबिक ही पानी पीना चाहिए।
24 घंटे में कितना पानी?
– गर्मी में तीन लीटर और सर्दी में ढाई लीटर पानी पर्याप्त है। गर्मी में पसीने और सांस के जरिए एक लीटर पानी निकल जाता है और 1500 एमएल यूरिन से निकलता है। अगर कोई 10 से 15 टैबलेट खाता है, तो उन्हें थोड़े-थोड़े पानी से दवा लेनी चाहिए। रात में अगर यूरिन के लिए जाते हैं, तो एक लीटर पानी की बजाए 20 एमएल पानी का घूंट पीएं।
– डायबिटीज के मरीज हैं और किडनी फेल होने के शुरुआती लक्षण हैं, तो ज्यादा पानी नहीं पीना चाहिए। ज्यादा पानी से ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है, हार्ट पूरा काम नहीं कर पाता। किडनी पर भार बढ़ जाता है और ऐसे में मरीज की किडनी फेल हो सकती है।
– अगर किसी को प्रोस्टेट की बीमारी है और ब्लैडर पूरा यूरिन नहीं निकाल पा रहा है तो उनकी बीमारी बढ़ जाती है। आमतौर पर 24 घंटे में 8 बार यूरिन जाना तो ठीक है, लेकिन अगर 12 से 15 बार यूरिन के लिए जा रहे हैं तो यह चिंता की बात है।
– पथरी की बीमारी से ग्रसित व्यक्ति को ज्यादा पानी पीना सही नहीं है। स्टोन न बने इसके लिए एक सिस्टम काम करता है, लेकिन जब कोई बहुत ज्यादा पानी पी लेता है, तो वह सिस्टम काम नहीं करता। पथरी की बीमारी में ज्यादा पानी पीने से फायदा नहीं होता।
– ओवर एक्टिव ब्लैडर की बीमारी है, तो भी दिक्कत होती है। ब्लैडर की क्षमता 300 से 400 एमएल की होती है, लेकिन कुछ लोगों को 100 एमएल यूरिन जमा होने पर ही यूरिन जाने की इच्छा होने लगती है। ऐसे में कोई ज्यादा पानी पीता है तो बार-बार यूरिन जाने की इच्छा होती है।

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