शानदार करियर है जोखिम का प्रबंधन

risk-managementनेहा वासनिक/दुपहिया चालकों से हेलमेट लगाने को कहा जाता है। कार में सीट बेल्ट लगाया जाता है। अच्छी कारों में एयर बैग्स होते हैं। घर व दफ्तर में इमरजेंसी एक्जिट का प्रावधान किया जाता है। यह सभी जोखिम को कम करने के उपाय हैं। सभी क्षेत्रों में जोखिम होता है और इसका प्रबंधन भी सूझबूझ के साथ किया जा सकता है। प्रबंधन के क्षेत्र में एक क्षेत्र है जोखिम प्रबंधन। इसकी आवश्यकता सभी प्रकार के क्रियाकलापों में पड़ती है। दरअसल, हर व्यवसाय में रिस्क होता है, उस रिस्क को सही ढंग से समझना और उनसे बचने के उपाय ढूंढना ही एक रिस्क मैनेजर का मकसद होता है।
किसी भी कंपनी के मैनेजमेंट के लिए यह जरूरी है कि तमाम स्थितियों के फायदे और नुकसान का अनुमान लगाकर ही नया प्रॉजेक्ट शुरू करे। बाढ़ और भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए सामाजिक क्षेत्र में भी रिस्क मैनेजमेंट का प्रयोग किया जाता है। राष्ट्रीय सुरक्षा नीति और बेसिक डिजैस्टर मैनेजमेंट प्लान इसी के अंतर्गत आते हैं। रिस्क मैनेजमेंट का सबसे कारगर हथियार है, इंश्योरेंस। हालांकि इंश्योरेंस पॉलिसी खरीद लेना ही रिस्क मैनेजमेंट नहीं है। अच्छा रिस्क मैनेजमेंट वह है, जो नुकसान का पूर्वानुमान लगाकर उसे होने से ही रोक सके।
‘रिस्क मैनेजमेंटÓ पढ़ाने की शुरुआत पश्चिमी देशों में दशकों पहले हो चुकी है, लेकिन भारत में इसे अभी कुछ साल ही हुए हैं। ‘रिस्क मैनेजमेंटÓ अलग कोर्स के रूप में चुनिंदा इंस्टिट्यूट्स में ही उपलब्ध है। ज्यादातर जगह इसे बिजनस मैनेजमेंट के हिस्से के रूप में पढ़ाया जाता है। अलग-अलग सेक्टर्स पर आधारित रिस्क मैनेजमेंट कोर्स भी चलाए जाते हैं, जैसे – कमर्शल, फाइनैंशल, एंटरप्राइजेज रिस्क मैनेजमेंट आदि।
रिस्क मैनेजमेंट में करियर बनाने के लिए आपके अंदर विश्लेषण योग्यता होनी चाहिए। जरूरी है कि आप रिस्क का सही अनुमान लगा सकें। आपको अच्छा कम्यूनिकेटर भी होना चाहिए, तभी आप अपने एंप्लॉयर को खतरों के बारे में प्रभावशाली तरीके से समझा सकेंगे। इस क्षेत्र में काम करने वालों को कभी धीरज नहीं खोना चाहिए।
रिस्क मैनेजमेंट की शुरुआत रिस्क की पहचान से होती है। यह आपके काम का हिस्सा होगा। फिर इससे निपटने के लिए नीतियां और तकनीकें तैयार की जाती हैं। आपको स्टाफ और मैनेजमेंट को खतरों के बारे में बताना होगा। यूनिट में रिस्क प्रिवेंटिव कल्चर विकसित करना होगा। कुल मिलाकर, आपकी जिम्मेदारी बिजनस को रिस्क से बचाकर रखने की होगी।
जॉब्स के विकल्प हैं कई
रिस्क मैनेजमेंट स्मार्ट करियर के रूप में उभर रहा है, जिसमें रिस्क की पहचान और वैल्यू कैलकुलेशन के लिए एक्सपट्र्स की मांग बढ़ रही है। विश्व बाजार के साथ लेन-देन, उदारीकरण, तमाम तरह के नियंत्रण, दुनियाभर में फैलते बाजार, बेहतर परफॉर्मेंस की प्रतियोगिता, शेयर होल्डर्स का बढ़ता दबाव, नई तकनीकें, नए प्रॉडक्ट्स और सर्विसेज, रेग्युलेटरी अथॉरिटीज के कड़े नियम, सेफ्टी कोड्स की सख्ती जैसे कई मुद्दों के चलते सभी तरह के बिजनास में रिस्क मैनेजमेंट का उपयोग बढ़ेगा। जनरल इंश्योरेंस में करियर का काफी स्कोप है और रिस्क मैनेजर्स टॉप पोजिशंस संभालते हैं।Ó भारत में अगले तीन से पांच सालों में रिस्क मैनेजर्स के क्षेत्र में हजारों जॉब्स पैदा होंगे। रिस्क मैनेजर्स के रूप में आप विभिन्न क्षेत्रों में काम कर सकते हैं, जैसे – स्मॉल, मीडियम और लार्ज स्केल इंडस्ट्रीज, सरकारी क्षेत्र, इंश्योरेंस कंपनी, बैंक, फाइनैंशल सर्विसेज, कॉर्पोरेट एजेंट्स, आदि।

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