विदेशी नस्ल के कुत्तों को भाने लगा सस्ता देसी फूड

राजनांदगांव। विदेशी नस्ल के कुत्तों का पालना अब कुछ आसान हो चला है। 725 रुपए किलो मिलने वाले विदेशी फीड के मुकाबले यह फीड 190 रुपए प्रति किलो मिलता है। इसमें प्रोटीन और एनर्जी का अच्छा संतुलन है। विदेशी कुत्ते इसे पसंद भी कर रहे हैं। इसका निर्यात श्रीलंका और भूटान को भी किया जा रहा है। राजनांदगांव। विदेशी नस्ल के कुत्तों का पालना अब कुछ आसान हो चला है। 725 रुपए किलो मिलने वाले विदेशी फीड के मुकाबले यह फीड 190 रुपए प्रति किलो मिलता है। इसमें प्रोटीन और एनर्जी का अच्छा संतुलन है। विदेशी कुत्ते इसे पसंद भी कर रहे हैं। इसका निर्यात श्रीलंका और भूटान को भी किया जा रहा है। वेटनरी डॉक्टर संजय जैन ने बताया कि इंदमरा में एक कंपनी वेज और नॉनवेज फ्लेवर में डॉग फूड तैयार कर रही है। यह विदेशी प्रोडक्ट इटली के एनएंडडी, फ्रांस के रॉयल कैन, बेलज्यिम के फिडल सुपर प्रीमियम, थाईलैंड के स्मॉट हॉट फूड आदि के मुकाबले सस्ता है। एनएमडी सबसे महंगा है, जिसकी कीमत 725 रुपए प्रति किलो है। इंदमरा में बनने वाले फूड की कीमत 190 रुपए प्रति किलो है।
विदेशी नस्ल के कुत्ते चिकन के आदी होने के कारण घर का खाना पसंद नहीं करते। डॉग लवर्स कहते हैं कि विदेशी नस्ल के डॉग्स को पारंपरिक खाना अधिक देना चाहिए। इससे हाजमा तो ठीक होता ही है, इम्पोर्टेड फूड से भी राहत मिलती है। कभी एक खाने पर निर्भर नहीं रखना चाहिए। वेटनरी डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए।
लोकप्रिय महंगी विदेशी नस्ल : रॉटो ह्वीलर, पग, बुल डॉग, डाकशंड, ग्रेट डेन, पोइंटर फीड पर निर्भर रहते हैं। जर्मन शेफर्ड और लेब्राडोर शाकाहारी भोजन पर भी पाले जा सकते हैं।

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