IQAC meet in SSSSMV

स्वरूपानंद महाविद्यालय में आईक्यूएसी हितधारकों की बैठक का आयोजन

भिलाई। स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय में आईक्यूएसी हितधारक मीटिंग का आयोजन आईक्यूएसी सेल द्वारा किया गया जिसमें अकादमिक विशेषज्ञ के रूप डॉ. जगजीत कौर सलूजा, प्रोफसर भौतिकी विश्वनाथ यादव तामस्कर महाविद्यालय दुर्ग, मीडिया से दीपक रंजनदास चीफ एडीटर संडे कैम्पस, डॉ. प्रीति शर्मा मिश्रा समाज सेविका तथा एल्मूनाई दलबीर सिंग, वाणिज्य व विद्यार्थी नम्रता देवनाथ बी.सी.ए. द्वितीय वर्ष उपस्थित हुये। IQAC Stakeholders Meet in SSSSMV
डॉ. शिवानी शर्मा आई.क्यू.ए.सी. संयोजक ने मीटिंग के एजेण्डे पर प्रकाश डालते हुए कहा महाविद्यालय में नेट, सेट, नीट, प्री.बी.एड. एवं डी.एल.एड. की निशुल्क कोचिंग शैक्षिक-औद्योगिक संबंध जिससे विद्यार्थियों को इंर्टनशीप व ट्रेनिंग के लिये भेजा जा सके जिससे वे विषय का व्यवाहारिक ज्ञान प्राप्त कर सकें एवं इंडस्ट्री के आवश्यकतानुसार कार्य करने में सक्षम हो सकें जिससे उनका प्लेसमेंट आसानी से हो। विभागों द्वारा प्रमाणपत्र कोर्स का आयोजन तथा प्राध्यापकों के लिये सात दिवसीय फैक्लटी डेवलपमेंट प्रोग्राम, औद्योगिक व शैक्षिक क्षेत्र में एम.ओ.यू. प्रस्तावित है। इन बिन्दुओं पर चर्चा के लिये आईक्यूएसी हितधारकों की मीटिंग रखी गई है।
प्राचार्य डॉ. श्रीमती हंसा शुक्ला ने मीटिंग में उपस्थित हुए हितधारकों का स्वागत किया तथा महाविद्यालय में हुए कार्यक्रमों, प्रमाण पत्र कोर्स, एफडीपी, व पेटेंट की जानकारी दी।
डॉ. जगजीत कौर सलूजा ने बताया अगर हम नैक में जा रहे हैं तो किस क्रायटेरिया में कितना नंबर है उस नंबर को देखते हुए तैयारी करें। उन्होंने बताया जब आप एस.एस.आर. सबमिट करने जा रहे हैं तो सबमिट करने से पहले आप मॉक टेस्ट में चले जाये इससे हम जान सकते है कि हमें प्रत्येक कायटेरिया में कितना नंबर मिल सकता है अगर कही कमी रह गई है तो उसे हम सुधार सकते हैं। नैक में पारदर्शिता है हम अपना मूल्यांकन स्वयं कर सकते हैं। प्लेसमेंट पर ध्यान देना है विद्यार्थी लायब्रेरी में जाते है उसका भी दस्तावेज रखना है लायब्रेरी में प्रतिदिन शिक्षकों एवं विद्यार्थियों का 50 से 60 प्रतिशत उपस्थिति होना चाहिए। नैक मंर आंशिक परिवर्तन होते रहता है अतः सतत् निगरानी करते रहना चाहिए। उन्होंने बताया विद्यार्थियों से बात करिये व उनसे सलाह देते है कि वे महाविद्यालय में क्या चाहते हैं। श्री दीपक रंजन दास ने पद्मश्री फूल बासन का उदाहरण देते हुए कहा उन्होंने अपनी टीम के सदस्यों द्वारा घर-घर में सूरन (जिमींकंद) उगवाया व उसे ट्रक में भरकर बाहर भेजा छ.ग. का सूरन विदेश तक गया। इससे लोगो की आय बढ़ गयी। आपने महाविद्यालय कल्पतरू सेवा समिती से विद्यार्थियों को जोड़ने की बात कही व सलाह दिया कि उन्हें समूह में गाँव-गाँव भेजकर सरकार की योजनाएँ, शिक्षा, स्वास्थ्य, सफाई अभियान के बारे में ग्रामवासियों को जागरूक करने की बात कही। बी.एड. विद्यार्थी गाँव में जाकर प्रौढ़ शिक्षा अभियान भी चला सकते है। सुचारू ट्रैफिक व्यवस्था के लिये एनसीसी व एनएसएस विद्यार्थियों की ड्यूटी लगाने की बात कही। समाज सेविका प्रीति शर्मा मिश्रा ने प्राध्यापकों एवं विद्यार्थियों के द्वारा स्वसहायता समूहों को मशरूम कल्टीवेशन, ऑर्गेनिक खाद एवं आर्ट-क्राफट की टेªनिंग देने की बात कही जिससे महाविद्यालय अपने सामाजिक उत्तदायित्वों को पूरा कर सकें।
महाविद्यालय के मुख्य कार्यकारिणी अधिकारी डॉ. दीपक शर्मा शंकराचार्य नर्सिंग महाविद्यालय के सीओओ डॉ. मोनिशा शर्मा ने हितधारकों की मीटिंग आयोजन के लिये बधाई दी व कहा इस प्रकार के बाह्य विशेषज्ञों के विचारों से हम नैक की तैयारी को बेहतर तरीके से कर सकते है।
इस अवसर पर बी टू हनी बी सर्टिफिकेट कोर्स में बेस्ट प्रेजेंटेशन के लिये डॉ. प्रीति शर्मा मिश्रा द्वारा प्रथम स्थान प्राप्त दीपीका कर] द्वितीय स्थान प्राप्त जयश्री जुरेशिया बी.एड. द्वितीय सेमेस्टर एवं तृतीय स्थान पर काबिज साक्षी जैन बी.बी.ए. द्वितीय सेमेस्टर को पुरस्कृत किया गया।
नैक मीटिंग में महाविद्यालय आईक्यूएसी सदस्य डॉ. रजनी मुदलियार, डॉ. सुनीता वर्मा, डॉ. मीना मिश्रा, स.प्रा. श्रीलथा नायर, स.प्रा. टी. बबीता उपस्थित हुए।

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