एमजे कालेज एवं एसएस खन्ना गर्ल्स कालेज प्रयागराज का एफईपी
भिलाई। छत्तीसगढ़ की महिलाएं नारीवाद की मिसाल बन गई हैं। परिस्थितियों को कोसने के बजाय यहां की महिलाओं ने परिवेश को ठीक करने का बीड़ा उठाया और उसमें काफी हद तक सफल रही हैं। वे प्रतिदिन सफलता की नई इबारत लिख रही हैं। एमजे कालेज के सहायक प्राध्यापक दीपक रंजन दास ने आज एमजे कालेज भिलाई एवं एसएस खन्ना गर्ल्स डिग्री कालेज, प्रयागराज के साथ संयुक्त रूप से आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उक्त बातें कहीं।दोनों महाविद्यालयों के बीच समझौता ज्ञापन के तहत आयोजित इस फैकल्टी एक्सचेंज प्रोग्राम का आज पहला दिन था। चार दिवसीय इस कार्यक्रम में 28 एवं 29 अक्तूबर को क्रमशः एसएस खन्ना गर्ल्स डिग्री कालेज की डॉ मंजू मिश्रा एवं डॉ ज्योति बैजल तथा अंतिम दिन 30 अक्तूबर को एमजे कालेज के शिक्षा संकाय की अध्यक्ष डॉ श्वेता भाटिया का व्याख्यान होगा।
सहा. प्राध्यापक दीपक रंजन दास ने बताया कि लिंगानुपात के मामले में आज छत्तीसगढ़ 961 प्रति हजार पुरुष के साथ देश में शीर्ष पर है। शिक्षा के क्षेत्र में भी छात्राओं की संख्या छात्रों से अधिक है। सरकारी इंग्लिश मीडियम स्कूल खुलने के बाद कम आय वाले परिवारों की बेटियां भी अब इंग्लिश मीडियम में शिक्षा प्राप्त कर रही हैं। स्व सहायता समूहों से जुड़कर महिलाएं अपने परिवेश को स्वयं ठीक कर रही हैं। नशा, जुआ, बाल विवाह जैसी अनेक सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ वे मुखर हुई हैं। घरेलू हिंसा के मामलों का भी वे मिलकर विरोध कर रही हैं।
उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ की महिलाएं कई मामलों में अन्य राज्यों की तुलना में ज्यादा स्वतंत्र हैं। बिगड़ी शादियों के मामले में पति को त्यागकर नया घर बसाने के उसके अधिकार को सामाजिक स्वीकृति है। अनेक जिलों में मध्यान्ह भोजन योजना का संचालन महिला समूह कर रहे हैं। इसके चलते यहां विद्यार्थियों एवं शिक्षकों की उपस्थिति में सुधार हुआ है। शाला त्यागी बच्चों की संख्या में काफी कमी आई है।
उन्होंने कहा कि यह स्व सहायता समूहों की ही उपलब्धि है कि राजनांदगांव की फूलबासन यादव और बालोद की शमशाद बेगम को चौथे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्मश्री से नवाजा गया। उन्होंने उम्मीद जताई कि देश भर की महिलाएं इनकी सफलता की कहानियों से प्रेरित होंगी और परिस्थितियों को अपने अनुकूल बनाने में सफल होंगी।
संचालन एमजे कालेज के शिक्षा संकाय के प्राध्यापक डॉ जेपी कन्नौजे ने किया। एफडीपी में एसएस खन्ना गर्ल्स डिग्री कालेज की प्राचार्य प्रो. लालिमा सिंह, आईक्यूएसी प्रभारी डॉ मंजरी शुक्ला, एमजे कालेज के प्राचार्य डॉ अनिल कुमार चौबे, आईक्यूएसी प्रभारी अर्चना त्रिपाठी सहित 80 से अधिक प्रतिभागी शामिल हुए।