दुर्ग। शासकीय डा. वा. वा. पाटणकर कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय दुर्ग में प्रतिवर्ष नवरात्रि पर्व के उपलक्ष्य में गरबा नृत्य कार्यक्रम ‘‘देशी डे’’ का आयोजन किया जाता है। इस वर्ष यह कार्यक्रम ऑनलाईन एकल गरबा नृत्य स्पर्धा के रूप में आयोजित किया गया। महाविद्यालय के नृत्य विभाग एवं ‘‘एक भारत श्रेष्ठ भारत क्लब’’ के तत्वाधान में आयोजित इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि जनभागीदारी समिति की अध्यक्ष प्रीति मिश्रा थी। अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ सुशील चन्द्र तिवारी ने की। श्रीमती मिश्रा ने अपने संबोधन में कहा कि हमारी सांस्कृतिक धरोहर को युवा पीढ़ी तक पहुंचाना और संरक्षित रखना हमारा कत्र्तव्य है। इस तरह के आयोजन विद्यार्थियों का आत्मबल बढ़ाने में सहायक होते है। प्राचार्य डॉ तिवारी ने आयोजन की प्रसंशा करते हुए कहा कि गरबा स्पर्धा एवं माटी शिल्प कार्यशाला महाविद्यालय की पहचान बन गयी है। हर संकाय की छात्राएँ इसमें बड़ी संख्या में उत्साह से भाग लेती है जो शैक्षणेत्तर गतिविधियों की सफलता को इंगित करता है। डॉ डी.सी. अग्रवाल ने कहा कि प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करना और छात्राओं के उत्साह को बढ़ाना इन आयोजनों की वास्तविकता है।
संयोजक डॉ ऋचा ठाकुर ने बताया कि ऑनलाईन प्लेटफार्म पर आयोजित इस स्पर्धा से बहुत से लोगों को इससे जुड़ने का अवसर मिला है। बड़ी संख्या में छात्राओं की सहभागिता से निर्णायकों को चुनाव करने में अच्छी खासी मेहनत करनी पड़ी। इस स्पर्धा में कोरोना के संदेश को भी शामिल किया गया।
इस कार्यक्रम का विशेषता थी कि ‘‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’’ के अन्तर्गत महाविद्यालय के जोड़ीदार राज्य गुजरात के शासकीय महिला पाॅलिटेक्नीक, अहमदाबाद (गुजरात) की छात्राओं ने अपनी विशेष प्रस्तुति दी।
प्रतियोगिता में प्रथम शारदा यादव, द्वितीय प्रियंका चांदवानी एवं तृतीय अपूर्वा दीक्षित रहीं। वहीं कोरोना संदेश गरबा के माध्यम से देने के लिए विशेष पुरस्कार विभा कसेर को दिया गया।
सांत्वना पुरस्कार में काजल, निकिता, प्रियंका, विजयलक्ष्मी, शिवानी तापड़िया का चयन किया गया। सभी प्रतिभागियों को ई-प्रमाणपत्र दिया गया।
आभार प्रदर्शन करते हुए डॉ रेशमा लाकेश ने कहा कि छात्राओं में ऊर्जा और प्रतिभा को उभारने यह प्रयास सराहनीय रहा है। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में प्राध्यापक, छात्राएँ जुड़ी।