भिलाई। इंदिरा गांधी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय वैशालीनगर के आंतरिक गुणवत्ता मूल्यांकन प्रकोष्ठ तथा महिला इकाई द्वारा “विमेन-स्ट्रेंथ, चूज, चैलेंज” विषय पर 3 दिवसीय व्याख्यान श्रृंखला का आयोजन किया गया। अधिवक्ता गौरी गुहा चक्रवर्ती द्वारा ‘महिलाओं के कानूनी अधिकार’, डॉ. रुपाली सरोदे द्वारा ‘तनाव प्रबंधन’ तथा सोनिया राजेश द्वारा ‘स्वावलंबन के क्षेत्र में चुनौतियां’ विषयों पर व्याख्यान दिये गए।वर्तमान भारतीय समाज में बालिकाओं और महिलाओं की स्थिति को मज़बूत करने पर जोर देते हुए गौरी चक्रवर्ती ने प्रतिभागियों को विभिन्न उदाहरणों द्वारा सजग और सतर्क रहने की प्रेरणा दी। वर्तमान परिप्रेक्ष्य में ‘तनाव मुक्त जीवन प्रबंधन’ के लिए डॉ. रूपाली सरोदे ने परिस्थितियों को सहज रूप में स्वीकार करने को प्राथमिक आवश्यकता बताया। उन्होंने तनाव मुक्त जीवन के लिए प्राणायाम तथा योग को उपयोगी बताया। महिला स्वावलम्बन को सोनिया राजेश ने आत्मविश्वास की कुंजी बताया। उन्होंने प्रतिभागियों को घर पर उपलब्ध संसाधनों से गृह उद्यम संचालित करने के लिए केक, पेंटिंग, बुटीक, स्पोकन इंग्लिश आदि उद्यम की विस्तार से जानकारी दी।
कार्यक्रम का आयोजन प्राचार्य डॉ. अलका मेश्राम के मार्गदर्शन में हुआ। छात्राओं की सक्रिय प्रतिभागिता की प्राचार्य ने प्रशंसा की। संयोजक डॉ. रबिन्दर छाबड़ा तथा सह-संयोजक डॉ. अल्पा श्रीवास्तव ने बताया कि विभिन्न व्याख्यानों के दौरान छात्राओं ने अपने कानूनी अधिकारों को समझने के प्रति विशेष रुचि दिखाई।