दुर्ग। शहर के प्रतिष्ठित एवं उत्कृष्ट अकादमिक संस्था शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय, दुर्ग (छ.ग.) में विगत दिवस भूतपूर्व छात्रों का सम्मेलन आयोजित किया गया जिसके अन्तर्गत महाविद्यालय के वनस्पति विभाग के वर्ष 1997 बैच के छात्रों ने विभाग में आकर अपने विचार व्यक्त किये। भूतपूर्व छात्रों द्वारा कन्या छात्रावास परिसर में प्राचार्य डॉ आरएन सिंह, डॉ कान्ति चौबे, डॉ रंजना श्रीवास्तव एवं डॉ अनिल श्रीवास्तव, डॉ. दिव्या कुमुदनी मिंज, डॉ. अल्का मिश्रा के साथ वृक्षारोपण किया गया। इसमें महाविद्यालयीन राष्ट्रीय सेवा योजना के छात्रों एवं प्रभारी एवं प्रो. जैनेन्द्र दीवान का विशेष सहयोग रहा इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में डॉ सिंह ने कहा कि भूतपूर्व छात्रों की महाविद्यालय में आने से हम अपने आपको गौरान्वित महसूस करते है। साथ ही हमारे वर्तमान छात्रों का उत्साहवर्धन होता है एवं सभी भूतपूर्व छात्रों को अपने विभागों का सम्पूर्ण रूप से सहयोग करने एवं वर्तमान छात्रों को कैरियर मार्गदर्शन एवं भविष्य में आने वाली चुनौतियों से निपटने हेतु जानकारी प्रदान करने को कहा। विभागाध्यक्ष डॉ रंजना श्रीवास्तव ने इस अवसर पर भूतपूर्व छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि पूर्व एवं वर्तमान में काफी अंतर आ चुका है जिसके कारण छात्रों के बीच ही प्रतिस्पर्धा का माहौल निर्मित हो गया है साथ ही उन्होने सभी भूतपूर्व छात्रों को विभाग की उत्कृष्टता हेतु मिलकर कार्य करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने छात्रों को बुक बैंक, कैरियर काउन्सलिंग, लाइफ स्किल पर अपने विचार बताने को कहा। विभाग में पदस्थ सहायक प्राध्यापक एवं सूक्ष्म जीव विज्ञान की विभागाध्यक्ष डॉ प्रज्ञाकुलकर्णी ने विस्तार पूर्वक महाविद्यालय के शैक्षणिक गतिविधियों एवं नैक के बारे में सभी छात्रों को संबोधित किया। विभाग के अन्य प्राध्यापक डॉ. के आई टोप्पो, डॉ. जी. एस. ठाकुर तथा श्रीराम कुंजाम ने भी छात्रों को संबोधित किया। भूतपूर्व छात्रों में शुभाडी, वर्षा श्रीवास्तव, सोनालिका महतो, महेन्द्र वर्मा, नन्दकिशोर, दिनेश सांकरे, नागेश्वरी साहू, विनिता शांडिल्य एवं वंदना के द्वारा छात्रों को कैरियर काउन्सलिंग के माध्यम से लक्ष्य निर्धारित करने को कहा। कार्यक्रम का संचालन एम.एस.सी. अंतिम की छात्रा महिमा सिन्हा ने किया। इस अवसर पर भूतपूर्व छात्र एवं विभाग में पदस्थ डॉ सतीष कुमार सेन ने भी सभी छात्रों का मार्गदर्शन किया।