बेमेतरा। स्वस्थ बच्चे ही स्वस्थ राष्ट्र के निर्माण कर सकते हैं। बच्चों की आंखों में तकलीफ होने पर उनकी शिक्षा पर भी विपरीत प्रभाव पड़ता है। इसलिए उनकी आंखों की सुरक्षा और देखभाल बेहद जरूरी है। इसी तारतम्य में छत्तीसगढ़ में बाल दिवस से प्रारंभ होकर 20 नवम्बर तक बाल नेत्र सुरक्षा सप्ताह का आयोजन सभी जिलों में किया जा रहा है। उक्त बातें नोडल अधिकारी (अंधत्व) डॉ समता रंगारी ने बेसिक सीबीएसई मिडिल स्कूल बेमेतरा में आयोजित बाल नेत्र सप्ताह कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहीं। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम के तहत 6 से 15 वर्ष तक के बच्चों के नेत्रों की जांच स्कूल में ही की जाएगी तथा आवश्यकतानुसार औषधि या चश्मा दिया जाएगा। प्रारंभिक अवस्था में ही विद्यार्थियों के दृष्टिदोष की पहचान कर, चश्मा दिया गया ताकि वे सफलता पूर्वक अध्ययन कर सके और अपनी प्रतिभा से उच्चतम उपलब्धि प्राप्त कर सके।
इस शिविर में 120 छात्राओं का नेत्र परीक्षण नेत्र सहायक अधिकारी दीपा शर्मा द्वारा किया गया जिसमें 8 बच्चों में दृष्टिदोष पाया गया। बच्चों में आंख से संबंधित चित्रकारी एवं प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता रखी गयी। चित्रकारी प्रतियोगिता में कक्षा 6 वीं से प्रथम अंजली वैष्णव, द्वितीय शुभा चौबे, तृतीय एमन नाज एवं कक्षा 7वीं से प्रथम हिरामणी, द्वितीय चांदनी पाटिल, तृतीय सेजल साहू तथा कक्षा 8वीं से प्रथम प्राची राजपूत, द्वितीय भूमिका नेताम, तृतीय संध्या साहू रहीं इन सभी को नगर पालिका अध्यक्ष शंकुतला साहू के द्वारा पुरस्कार एवं दृष्टिदोष छात्राओं को चश्मा का निःशुल्क वितरण किया गया।
कार्यक्रम में नगर पालिका अध्यक्ष शंकुतला साहू, रश्मि फरेन्द्र मिश्रा, डॉ. नरेश चन्द्र लांगे नेत्र विशेषज्ञ, विजय देवांगन सहायक नोडल अधिकारी, दीपा शर्मा नेत्र सहायक अधिकारी, शोभिका गजपाल आरएमसीएच सलाहकार, हिना सिन्हा, दीपा शर्मा, मनोज निषाद प्रभारी बेसिक सीबीएसई मिडिल स्कूल, संतोष वैष्णव, दिलीप चक्रधारी, लक्ष्मी घोष समस्त शिक्षक स्टॉफ उपस्थित थे।