भिलाई। श्री शंकराचार्य महाविद्यालय के ग्रंथालय विभाग द्वारा “डिजिटल ग्रंथालय का उपयोग कैसे करें“ विषय पर 7 दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में महाविद्यालय की निदेशक/प्राचार्या डॉ. रक्षा सिंह, विशेष अतिथि के रूप में महाविद्यालय के अतिरिक्त निदेशक डॉ. जे. दुर्गा प्रसाद राव मंच पर आसीन थे। महाविद्यालय की निदेशक/प्राचार्या डॉ. रक्षा सिंह ने कहा कि वर्तमान समय में ई- पुस्तकों का चलन बढ़ रहा है जो छात्रों एवं प्राध्यापको के लिए बहुत ही उपयोगी है। उन्होंने विद्यार्थियों का आह्वान किया कि महाविद्यालय ग्रंथालय द्वारा दी जा रही डिजिटल ग्रंथालय की सुविधा का अधिक से अधिक उपयोग करे। आज ग्रंथालय का दायरा बढ गया है और पुस्तकें एक क्ल्कि पर छात्रों को उपलब्ध कराने के प्रयास किये जा रहे हैं।
महाविद्यालय के अतिरिक्त निदेशक डॉ. जे. दुर्गा प्रसाद राव ने कहा कि वर्तमान समय में डिजिटल ग्रंथालय की महत्ता दिन प्रतिदिन बढती ही जा रही है जो शोध के क्षेत्र में एक अच्छा संकेत है। ग्रंथालय द्वारा इस दिषा में बेहतर प्रयास विगत कई वर्षो से किया जा रहा है जो कि छात्रों हेतु उपयोगी है केवल आवष्यकता इस बात कि है कि छात्र-छात्राएं इस सुविधा का लाभ ले।
महाविद्यालय के लाइबेरियन डॉ. ओ. पी.पटेल ने महाविद्यालय ग्रंथालय द्वारा ई-सेवाओं के अंतगर्त प्रदान की जा रही है डिजिटल ग्रंथालय के उपयोग हेतु विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि इसमें सभी विषय की अंर्तराष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय स्तर की पुस्तके उपलब्ध है। विद्याथियों के सुविधानुसार उसमें बहुत से नये फिचर्स दिये गये है। इन पुस्तकों को छात्र-छात्राएं महाविद्यालय के ग्रंथालय के माध्यम से पंजीयन कराकर इसका उपयोग ग्रंथालय के साथ-साथ घर में भी कर सकते है। अर्थात यह सुविधा 24 घंटे उपलब्ध रहती है। इसमें पुस्तकों को सर्च करके चयन कर सकते है, परीक्षा के दृष्टिकोण से मार्किग कर सकते है, टापिक को सर्च कर सकते है। उपयोगकर्ताओं हेतु इसमें प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी हेतु टेस्ट सिरीज की भी सुविधा दी गयी है। जिसमें वे ऑन लाइन परीक्षा जैसी तैयारी कर सकते है, अपनी गलती एवं परीणाम को भी जान सकते है। विगत कई वर्ष के प्रश्न-पत्र के साथ महाविद्यालय के प्राध्यापकों द्वारा तैयार किए गये 250 विडियों लैक्चर्स उपलब्ध है।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. ओ.पी.पटेल एवं धन्यवाद ज्ञापन डेविड राजू ने किया।