भिलाई-3। डाॅ खूबचंद बघेल शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय भिलाई-3 की राष्ट्रीय सेवा योजना की बालिका इकाई द्वारा 3 से 10 अगस्त तक हस्तनिर्मित ईको फेण्डली राखियां बनाने की प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। समापन समारोह में स्मिता बघेल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थीं। अध्यक्षता प्राचार्य डाॅ रीना मजुमदार ने की। इस अवसर पर इकोफ्रेंडली राखियों की प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया।
आयोजन में इकाई की प्रभारी डाॅ अल्पना देशपाण्डे की सतत् एवं सार्थक भूमिका रही। उन्होंने राखियों के निर्माण का प्रशिक्षण छात्र/छात्राओं का दिया एवं अन्य साधन भी उपलब्ध करवाये ताकि राखियां बन सकें।
प्राचार्य डाॅ रीना मजुमदार ने रासेयो स्वयं सेवकों की प्रशंसा करते हुए उनके इस हुनर की तारीफ की। आईक्यूवीआईए साफ्टवेयर फर्म दिल्ली में प्रबंधक के रूप में कार्यरत स्मिता बघेल ने कहा कि विभिन्न पौधों के बीज से बनाई गई इन राखियों का एक अलग महत्व है क्योंकि राखियाॅं अक्सर प्रयोग के बाद कूडे में फेंक दी जाती है। ये राखियां मिट्टी से सानिध्य पाकर पुनः बीज से पौधे के रूप में उगेंगी जिससे प्रदूषण को कम करने में अहम भूमिका निभायेंगी।
महाविद्यालय की सहायक प्राध्यापक डाॅ दीप्ति बघेल ने कहा कि यह एक अद्भूत और अनोखा प्रयास है जिसके लिए छात्र/छात्राओं का आभार प्रकट करना चाहिए। भविष्य में ऐसा प्रयास कुछ पहले किया जाएगा ताकि ऐसी राखियों को बाजार तक पहुंचाया जा सके।
इस अवसर पर राखियों की एक प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया जिसमें विजेताओं को पुरस्कृत भी किया गया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं उनके ज्येष्ठ पुत्र चैतन्य बघेल, दिव्यांगों, आदिवासियों एवं बटालियन के सिपाहियों के लिए उत्तम चुनी गई राखियाॅ ंउपहार स्वरूप प्रेषित की गई ।
कार्यक्रम का संचालन वाणिज्य विभाग की सहायक प्राध्यापिका नीलम गुप्ता ने किया एवं धन्यवाद ज्ञापन वाणिज्य विभाग की विभागाध्यक्ष डाॅ. अल्पना दुबे ने किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के सभी प्राध्यापक एवं छात्र/छात्रायें उपस्थित थे।