दुर्ग। साइंस कॉलेज दुर्ग की एनएसएस इकाई ने छत्तीसगढ़ राज्योत्सव में नृत्य विधाओं में बहुत सुंदर प्रस्तुति दी. महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ आर एन सिंह के मार्गदर्शन में रासेयो इकाई के विद्यार्थियों ने पंथी नृत्य प्रस्तुत किया. प्राचार्य डाॅ. आर.एन. सिंह ने कहा कि विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ अन्य सांस्कृतिक एवं साहित्यिक विधाओं में भी उत्साहपूर्वक भाग लेना चाहिए, ताकि उनका व्यक्तित्व विकास हो सके.
विदित हो कि पंथी छत्तीसगढ़ का ऐसा नृत्य और गीत है जिसने अपनी पहचान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बनाई है. पंथी गीत में बाबा गुरु घासीदास के बताए रास्ते व उपदेशों को नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत किया जाता है. जो अपनी लयात्मकता और गतिशीलता के कारण बहुत कर्णप्रिय व आकर्षक लगता है. छत्तीसगढ़ की इसी पहचान का प्रतिनिधित्व करते हुए साइंस कॉलेज दुर्ग के एनएसएस विद्यार्थियों ने जिला स्तरीय राज्योत्सव में इस नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति दी.
जिला प्रशासन, दुर्ग के अपर कलेक्टर, पद्मनी भोई एवं आदिम जाति कल्याण विभाग की सहायक आयुक्त, प्रियम बदम रामटेके ने विद्यार्थियों को उनके नृत्य कौशल पर बधाई देते हुए उन्हें स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया.
एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी प्रो जनेंद्र कुमार दीवान ने बताया कि इस कार्यक्रम में भाग लेने के पूर्व जिला दुर्ग के प्रशासन द्वारा ऑडिशन लिया गया. जिसके लिए महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने बड़ी मेहनत से तैयारी की. जिला प्रशासन के द्वारा राज्योत्सव में चयन होने पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ आर एन सिंह ने दलनायक लेविस कुमार, रौशन कुमार, सतेक, ढालेंद्र कुमार, अनिकेत, देवश्री, ममता, दीपिका सहित समस्त प्रतिभागी विद्यार्थियों को सम्मानित किया. विद्यार्थियों की इस उपलब्धि पर महाविद्यालय परिवार गौरवान्वित है.
इस उपलब्धि पर महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ राजेंद्र चैबे, सांस्कृतिक प्रभारी डॉ अनुपमा अस्थाना, डॉ ए के खान, डाॅ. जगजीत कौर सलूजा, डॉ अभिनेष सुराना, डॉ शिखा अग्रवाल, डाॅ. एल.के. भारती एवं संजय यादव, मुख्य लिपिक सहित समस्त महाविद्यालय परिवार ने विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएं प्रदान की है.