भिलाई। हृदयाघात और कोरोना के मिलते जुलते लक्षणों का खामियाजा एक 50 वर्षीय महिला को भुगतना पड़ा। सांस और सीने में हो रही तकलीफ को कोरोना से जोड़कर देखा जा रहा था जबिक महिला को दिल का दौरा पड़ा था। अनेक अस्पतालों के चक्कर काटने के बाद वह हाइटेक सुपरस्पेशालिटी हॉस्पिटल पहुंची। मरीज का बीपी नहीं मिल रहा था नब्ज भी 20-25 की रफ्तार से चल रही थी। इमरजेंसी में एंजियोप्लास्टी कर ब्लाकेज खोला गया तथा पेस मेकर की मदद से दिल की रफ्तार को बढ़ाया गया। पांच दिन मरीज ठीक होकर घर लौट गई।