भिलाई। संजय रूंगटा ग्रुप आफ इन्स्टीट्यूशन्स द्वारा संचालित रूंगटा कॉलेज ऑफ डेंटल साइंसेस एंड रिसर्च के डिपार्टमेंट ऑफ़ पेरिओड़ोंटोलोजी द्वारा डेंटल लेजर्स पर दो दिवसीय कार्यशाला एवं कंटिन्यूड डेंटल एजुकेशन प्रोग्राम आयोजित किया गया। कार्यशाला डेंटल लेजर्स का दन्त चिकित्सा के क्षेत्र में उपयोग पर केन्द्रित थी।
ग्लोबल आउटरीच मेडिकल एवं हेल्थ एसोसिएशन के सहयोग से आयजित कार्यशाला के पहले दिन लेक्चर्स व प्री.क्लिनिकल प्रेक्टिस पर केन्द्रित रहे। दूसरा दिन लेजेर्स द्वारा पेशेंट पर सर्जरी को समर्पित था। उदघाटन रूंगटा कॉलेज ऑफ डेंटल साइंसेस एंड रिसर्च के डीन डॉ कार्तिक कृष्णा एम द्वारा किया गया, जिसमे डॉ दीपक, वाइस डीन एवं स्पीकर्स व सहभागी डॉक्टर्स मौजूद रहे। ग्रुप चेयरमेन संजय रुंगटा ने आयोजन समिति को बधाई देते हए कहा कि रूंगटा कॉलेज ऑफ डेंटल साइंसेस एंड रिसर्च ने सदा ही नवीनतम टेक्नोलॉजी द्वारा मरीजों के इलाज पर अपना ध्यान केन्द्रित किया है। डेंटल लेजर्स से विगत कई वर्षो से संस्थान में इलाज करवा रहे मरीजों को लाभ मिला है तथा आगे भी यह लाभ लोगों को मिलता रहेगा।
डॉ कृष्णा कार्तिक एम डीन ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु मैनेजमेंट एवं एक्सपर्ट्स के प्रति धन्यवाद ज्ञापन किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि लेजर्स अभी के समय में दन्त चिकित्सा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है। इसके कई फायदे हैं।
मुख्य वक्ताओं में नेशनल और इंटरनेशनल स्पीकर्स ने लेजर्स के बारे में व्याख्यान दिया द्य इंटरनेशनल स्पीकर्स में डॉ मोहम्मद मोहसीन व डॉ बीलेल एवं नेशनल स्पीकर्स डॉ अशांक मिश्रा व डॉ राज दीवान लेजेर्स द्वारा शल्य चिकित्सा की बारीकियों के बारे में विस्तार से बताया।
234 डॉक्टरों ने कार्यशाला के लिए रजिस्टर किया तथा 16 ने हैंड्स ऑन में भाग लिया। कार्यशाला के समापन पर सभी पार्टिसिपेंट्स को सर्टिफिकेट आबंटित किये गए। डॉ एना जैन पुंडीर ने समापन समारोह में आभार प्रदर्शन किया। आयोजन में डॉ कार्तिक कृष्णा एम, डॉ एना जैन, डॉ सोनिका बोधी, डॉ श्रुति भटनागर एवं पेरियोडोंटीक्स विभाग के पोस्ट ग्रेजुएट डॉक्टर्स तथा इंटर्न ने महत्पूर्ण भूमिका निभाई।