भिलाई। श्री शंकराचार्य महाविद्यालय जुनवानी भिलाई में यू.जी.सी. द्वारा चलाए जा रहे ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ अभियान के अंतर्गत ऑनलाइन बैठक का आयोजन धोते बंधु विज्ञान महाविद्यालय गोंदिया के साथ हुए एम.ओ.यू. के तहत् किया गया जिसके अंतर्गत दिनांक 29 अगस्त 2022 को छत्तीसगढ़ी भाषा में वाक्य बनाने का तरीका सिखाया गया। महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ जे. दुर्गा प्रसाद राव ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम में हमारी छत्तीसगढ़ की संस्कृति एवं बोली को विशेष रूप से आगे बढ़ाने का काम करते हैं और उन्हें एक विस्तृत मंच प्रदान करते हैं।
पिछले कार्यक्रम में शिक्षा विभाग की सहायक प्राध्यापिका डाॅ. लक्ष्मी वर्मा ने छत्तीसगढ़ी वर्णमाला का ज्ञान पी.पी.टी. प्रस्तुतिकरण द्वारा कराया, जिसमें छत्तीसगढ़ी बोली के विस्तृत इतिहास के बारे में भी जानकारी तथा छत्तीसगढ़ी बोली का इतिहास बताया गया था। उन्होंने यह भी बताया था कि यह भाषा हमारे पुराने है। हयात वंशज एवं अन्य वंशजों की बोली से संबंधित है और इस बोली का जो रूप है वह निरंतर बदलता गया है, इसमें खड़ी बोली का भी मिश्रण है जिसके कारण छत्तीसगढ़ी बोली आज हमें इस रूप में दिखाई देती है। इसी कड़ी में आगे इस कार्यक्रम में डाॅ. लक्ष्मी वर्मा ने छत्तीसगढ़ी भाषा में वाक्य बनाने का तरीका सिखाया जिसमें उन्होंने छोटे से लेकर बड़े वाक्यों को बनाने का तरीका सिखाया।
इस अवसर पर महाविद्यालय की उप-प्राचार्या डाॅ. अर्चना झा भी उपस्थित थी। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ी बोली बहुत ही प्राचीन और बहुत ही मीठी बोली है। इसे हमें सीखना एवं अपनाने का प्रयास करना चाहिए क्योंकि यह हमारी मूल बोली है और यह हमारे छत्तीसगढ़ की संस्कृति को प्रदर्शित करने का भी कार्य करती है।
धोते बंधु विज्ञान महाविद्यालय गोंदिया से सहायक प्राध्यापक स्नेहा जयसवाल एवं सहायक प्राध्यापक डॉक्टर शुभांगी नारडे सहित इस कार्यक्रम में कुल 32 प्रतिभागी उपस्थित थे।
कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत क्लब’ की समन्वयक श्रीमती पूर्णिमा तिवारी, सहायक प्राध्यापक शिक्षा विभाग ने किया।
इस कार्यक्रम में आईक्यूएसी समन्वयक डॉ राहुल मेने, ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत क्लब’ की समन्वयक श्रीमती पूर्णिमा तिवारी, सहायक प्राध्यापक शिक्षा विभाग, श्रीमती सुधा मिश्रा सहायक प्राध्यापक शिक्षा विभाग तथा सूक्ष्म जीव विज्ञान विभाग के सहायक प्राध्यापक रचना तिवारी एवं निधि डोंगरे उपस्थित रहे।