भिलाई। भारतीय उद्योग परिसंघ छत्तीसगढ़ (CII) ने संजय रूंगटा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस, भिलाई में इंजीनियरिंग स्नातकों की रोजगार संबंधी चुनौतियों और उद्योग की अपेक्षाओं पर एक सत्र आयोजित किया. इसमें उद्योग की अपेक्षाओं के बारे में छात्रों को विस्तार से जानकारी दी गई. आरंभिक उद्बोधन में सीआईआई छत्तीसगढ़ राज्य परिषद के अध्यक्ष उमेश चितलांगिया ने छात्रों को अपने अपने डोमेन में नवीनतम कौशल और प्रमाणन से खुद को लैस करने की सलाह दी.
कार्यक्रम में एमडी पॉलीबॉन्ड इंसुलेशन प्रा. लिमिटेड उमेश चितलांगिया, सीआईआई शिक्षा और कौशल पैनल के संयोजक तथा निदेशक एफ.एस. प्रबंधन इंडिया प्रा. लिमिटेड डॉ. अजीत वरवंडकर, जायसवाल निको इंडस्ट्रीज लिमिटेड के एचआर प्रमुख दिलीप मोहंती, एसआरजीआई और, एसोसिएशन ऑफ प्राइवेट प्रोफेशनल इंस्टीट्यूशंस ऑफ छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष संजय रूंगटा, सीआईआई छत्तीसगढ़ राज्य परिषद के उपाध्यक्ष और निदेशक गोदावरी पावर एंड इस्पात लिमिटेड सिद्धार्थ अग्रवाल और सीआईआई के राज्य प्रमुख सतीश पाण्डेय प्रमुख रूप से उपस्थित थे.
डॉ. अजीत वरवंडकर ने मेरिटोक्रेसी, प्रेजेंस ऑफ माइंड, कम्युनिकेशन एंड सोशल नेटवर्किंग एंड क्यूरियोसिटी टू लर्न-फॉर सक्सेस के चार सूत्र की व्याख्या की.
दिलीप मोहंती ने रोजगार कौशल बढ़ाने के लिए उद्योग संस्थान इंटरफेस पर काम करने की आवश्यकता पर जोर दिया.
संजय रूंगटा ने अच्छे कमुनिकेशन, शैक्षणिक और प्रोफेशनल कौशल के महत्व के बारे में बताया और छात्रों से इस दिशा में लगातार प्रयास करने को कहा.
सिद्धार्थ अग्रवाल ने अकेडमिक गतिविधियों के साथ-साथ इंटर्नशिप और लाइव प्रोजेक्ट्स के महत्व पर जोर दिया.
इस सत्र के दौरान छात्रों को सीखने का एक अच्छा अनुभव मिला और उन्होंने गणमान्य व्यक्तियों के साथ बातचीत की एवं अपने प्रश्नों को उनके समक्ष प्रस्तुत भी किया. श्री. सिद्धार्थ अग्रवाल ने धन्यवाद् ज्ञापन प्रस्तुत किया.
डॉ. साकेत रूंगटा, निदेशक एसआरजीआई, डॉ. टी. रामाराव, निदेशक अकेडमिक, मो. शाजिद अंसारी, सहायक निदेशक, श्री. अभिषेक सोनी, जनरल मेनेजर ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट, डॉ. अनुराग शर्मा, प्रिंसिपल आरएसआर आरसीईटी, विभिन्न विभागों के डीन और प्रमुख और संकाय सदस्य भी उपस्थित थे.