भिलाई। सड़क दुर्घटना में एक नाबालिग लड़की गंभीर रूप से घायल हो गई. उसे असहनीय पेट दर्द के साथ हाईटेक हॉस्पिटल की इमरजेंसी में लाया गया. जांच करने पर पता चला कि उसका लिवर फट गया है और पेट में भारी मात्रा में रक्तस्राव हो रहा है. आपातकालीन परिस्थितियों में उसकी सर्जरी कर उसकी जीवन बचा लिया गया.
लैप्रोस्कोपिक सर्जन डॉ नवील कुमार शर्मा ने बताया कि लड़की को रात को अस्पताल लाया गया था. यह एक मेडिकोलीगल केस था. लड़की बाइक दुर्घटना का शिकार हो गई थी. उसके पेट में बाइक का कोई नुकीला हिस्सा टकराया था जिससे अंदरूनी चोट लगी थी. तत्काल मरीज का सीटी स्कैन किया गया जिसमें पता चला कि उसका लिवर फटकर दो भागों में बंट गया है. यह एक ग्रेड-4 इंजरी थी. मरीज की तत्काल सर्जरी जरूरी थी. साथ पेट के भीतर भारी मात्रा में रक्तस्राव हो रहा था.
17 वर्षीय इस मरीज को तत्काल ओटी में लिया गया. मरीज की आयु को देखते हुए यह सर्जरी दूरबीन पद्धति से करने का निर्णय लिया गया. लैप्रोस्कोप से न केवल लिवर को रिपेयर किया गया बल्कि उसके आसपास बिखरे लगभग डेढ़ लीटर खून को भी साफ किया गया. मरीज को दो दिन बाद छुट्टी दे दी गई.
डॉ नवील शर्मा ने बताया कि हाइटेक में लगभग सभी सर्जरी मिनिमली इनवेसिव तरीके से की जा रही है. इसमें पेट की सभी तरह के सर्जरी के अलावा सीने में VATS (वीडियो असिस्टेड थोरासिक सर्जरी) तकनीक से भी सर्जरी की जा रही है. अब तक सभी सर्जरियां सफल रही हैं.