भिलाई. दो साल की बच्ची का पायल गुम गया तो घर में कोहराम मच गया. काफी देर तक ढूंढने के बाद भी पायल नहीं मिला तो उन्हें संदेह हुआ कि शायद बच्ची ने पायल को निगल लिया है. वे तत्काल बच्ची को लेकर अस्पताल पहुंचे. एक्सरे करने पर बच्ची के आमाशय में पायल पड़ा हुआ दिखाई दिया. पायल को एन्डोस्कोप की मदद से सावधानी के साथ निकाल लिया गया.
हाइटेक के गैस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट डॉ आशीष देवांगन ने बताया कि सतत् निगरानी के बावजूद छोटे बच्चे कुछ न कुछ मुंह में डाल ही लेते हैं. दिक्कत तब आती है जब इस सामान को वह निगल ले. इस बच्ची के साथ भी ऐसा ही हुआ. बच्चों के मुंह में लार की अधिकता होती है जिसकी वजह से पायल आसानी से फिसल कर पेट में चला गया. बच्चों की आहार नली काफी संकरी होती है. इसलिए बहुत सावधानी की जरूरत पड़ती है. जरा सी लापरवाही से आहारनली में खरोंचें आ सकती है. इसलिए पूरी सावधानी बरतते हुए पायल को निकाल लिया गया. पायल की बनावट अच्छी होने के कारण उसमें कोई नुकीला या धारदार हिस्सा नहीं था और बच्ची को कोई नुकसान नहीं पहुंचा.
उन्होंने बताया कि हाइटेक में बच्चों के पेट से सिक्के, बटन बैटरी तथा तमाम तरह के सामान निकाले जा चुके हैं. ईएनटी सर्जन डॉ अपूर्व वर्मा भी बच्चों के गले में फंसे सिक्के तथा दीगर सामानों को निकाल चुके हैं. उन्होंने कहा कि पालकों को अपने बच्चों के प्रति और अधिक सावधानी बरतनी चाहिए.