भिलाई. स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय में पालक शिक्षक समिति की प्रथम बैठक का आयोजन किया गया। इस अवसर पर पालक संघ का गठन किया गया। नवगठित समिति में अध्यक्ष ज्योत्सना श्रीवास्तव, उपाध्यक्ष राजवीर कौर, सचिव विक्की खंडेलवाल तथा सदस्य सीमा खंडेलवाल एवं अंशु मेहता शामिल हैं.
डॉ. एस. रजनी मुदलियार पालक संघ प्रभारी ने पालकों का स्वागत किया एवं कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुये बताया पालक व शिक्षकों के सामंजस्य से विद्यार्थियों में जो कमियों है उसे सुधारते हुये उनकी प्रतिभा को निखार सकते है व उज्ज्वल भविष्य दे सकते है।
प्राचार्य डॉ. हंसा शुक्ला ने कहा पालक व शिक्षकों के बीच निरंतर संवाद होना चाहिये जिससे पालक विद्यार्थियों के शैक्षणिक उपलब्धियों व अन्य गतिविधियों में उनकी सहभागिता व उनकी उन्नति को जान पायेंगे। घर में विद्यार्थियों का अलग व्यवहार होता है पर महाविद्यालय में अलग। उन्होंने पालकों से आग्रह किया वे दस-पंद्रह दिन में आकर विषय प्राध्यापकों से जरूर मिलें आवश्यक नहीं है पालक शिक्षक मीटिंग में ही आये आप कभी भी आकर विद्यार्थियों की कक्षा में उपस्थित व उनकी गतिविधियों की जानकारी शिक्षकों से प्राप्त कर सकते है।
पालक शिक्षक बैठक का प्रमुख एजेण्डा विद्यार्थियों का कक्षा में व्यवहार और अनुशासन, उपस्थिति, विद्यार्थियों की क्षमता एवं कमियों को साझा करना व पालकों से आग्रह करना कि अपने बच्चों को महाविद्यालय में होने वाली गतिविधियों में भाग लेने के लिये प्रेरित करें व कैंपस सेलेक्शन के लिये विद्यार्थियों को दिशा-निर्देश देने के तरीकों पर चर्चा करना था।
पालकों ने कहा एक परामर्श टीम होना चाहिये जिससे विद्यार्थी अपनी समस्याओं का समाधान बेझिझक कर सकें समय-समय पर प्रमाणपत्र कोर्स व वैल्यु एडिट कोर्स कराये जाते है उनकी जानकारी पालकों को भी होना चाहिए जिससे वे अपने बच्चों को भाग लेने के लिए प्रेरित कर सके। इस अवसर पर सर्वसम्मति से पालक संघ का गठन किया गया।
स्वामी श्री स्वरुपानंद सरस्वती महाविद्यालय के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. दीपक शर्मा एवं डॉ. मोनिषा शर्मा ने नवगठित पालक संघ के सदस्यों को बधाई दी। कार्यक्रम में पालक व महाविद्यालय के प्राध्यापक उपस्थित हुये।