दुर्ग। शहर के सबसे बड़े एवं नैक मूल्यांकन में ’ए’ प्लस ग्रेड प्राप्त शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय, दुर्ग में आज आयोजित जनभागीदारी समिति की बैठक में छात्रहित में अनेक निर्णय लिये गये। कोरोना संक्रमण से मृत्यु होने वाले माता-पिता की संतानों हेतु जनभागीदारी शुल्क पूर्ण रूप से माफ कर दिया गया है। इसी प्रकार अनाथ विद्यार्थियों तथा दिव्यांग विद्यार्थियों हेतु भी जनभागीदारी शुल्क माफ कर दी गई है। यह जानकारी देते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. आरएन सिंह तथा जनभागीदारी समिति प्रभारी प्राध्यापक डॉ. अनिल कश्यप ने संयुक्त रूप से बताया कि आज समिति में समाज सदस्यों द्वारा सर्व सम्मति से अनेक निर्णय लिये गये। लगभग 63 वर्ष पुराने महाविद्यालय के भवन में मरम्मत की आवश्यकता तथा बढ़ती छात्र संख्या के मद्देनजर फर्नीचर एवं अन्य आवश्यक अद्योसंरचना हेतु जनभागीदारी समिति द्वारा एक करोड़ रूपये की राशि स्वीकृत की गई। समिति के सदस्य डामेन्द्र परगनिहा ने मुख्य द्वार के समीप सड़क की खराब हालत की मरम्मत की आवश्यकता पर बल दिया।
इससे पूर्व बैठक के आरंभ में सभी सदस्यों का स्वागत महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ एके खान ने किया।
प्राचार्य डॉ आरएन सिंह ने महाविद्यालय में संचालित विभिन्न पाठ्यक्रमों, नये सर्टिफिकेट पाठ्यक्रमों तथा अन्य गतिविधियों एवं वर्तमान शैक्षणिक सत्र 2021-22 में ही महाविद्यालय के नैक मूल्यांकन होने की जानकारी दी। समाजशास्त्र के विभागाध्यक्ष एवं महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. राजेन्द्र चौबे ने अपने संबोधन में जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष श्री आशुतोष सिंह तथा समस्त सदस्यों के रचनात्मक एवं सहयोगात्मक सहयोग की प्रशंसा करते हुए कहा कि भविष्य में भी महाविद्यालय परिवार जनभागीदारी समिति से इसी प्रकार के रचनात्मक सहयोग की अपेक्षा करता है। अपने संबोधन में जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष आशुतोष सिंह ने महाविद्यालय प्रशासन द्वारा जारी गतिविधियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि जनभागीदारी समिति महाविद्यालय एवं छात्रहित में हर संभव मदद करेगी । इसी श्रृंखला में आशुतोष सिंह ने महाविद्यालय में जनभगाीदारी समिति की राशि से मानदेय पर कार्यरत कर्मचारियों को कलेक्टर दर पर मानदेय भुगतान करने के प्रस्ताव का अनुमोदन भी किया । समिति द्वारा लिये गये अन्य महत्वपूर्ण निर्णयों में महाविद्यालय की आऊंड्रीवाल के समीप मालवीय नगर स्कूल के पीछे महाविद्यालय की शासकीय भूमि पर निर्मित होने वाले रूसा मद से 06 कमरे तथा जनभागीदारी मद से 06 कमरे अर्थात् कुल 12 कमरों के निर्माण की स्वीकृति तथा महाविद्यालय कैंपस में 100 एमबीपीएसक्षमता वाले वाई फाई इंटरनेट तथा वाटर प्यूरीफायर की उपलब्धता हेतु आठ लाख रूपये की स्वीकृति, महाविद्यालय में होने वाले नैक मूल्यंाकन सं संबंधित आवश्यक व्यय हेु 10 लाख रूपये, महाविद्यालय के मुख्य द्वार के दोनों ओर फेसिंग लगाने हेतु ढाई लाख रूपये, अंग्रेजी विभाग के लैंग्वेज लैब हेतु 1.90 लाख रूपये, प्रयोगशालाओं हेतु आवश्यक कैमिकल्स तथा ग्लास वेयर की आवश्यकता हेतु 10 लाख रूपयों की स्वीकृति जैसे महत्वपूर्ण निर्णय शामिल हैं।
जनभागीदारी बैठक के दौरान महाविद्यालय की वार्षिक पत्रिका ’’व्यंजना’’ तथा न्यूज लेटर ’’कालेज समाचार’’ का विमोचन भी उपस्थित समाज सदस्यों, प्राध्यापकों तथा प्राचार्य की उपस्थिति में हुआ । बैठक के उपरांत एनसीसी, एनएसएस के स्वयं सेवकों तथा महाविद्यालयके छात्र-छात्राओं, प्राध्यापकोंकी उपस्थिति में जनभागीदारी समि िके प्रत्येक सदस्य ने महाविद्यालय परिसर में तथा नवनिर्मित कन्या छात्रावास परिसर में पौधरोपण किया । महाविद्यालय के कक्ष क्रमांक 21 आईक्यूएसी कक्ष में आयोजित बैठक के अंत में धन्यवाद ज्ञापन वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ राजेन्द्र चौबे ने किया। इस बैठक में प्राचार्य डॉ आरएन सिंह, वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ एमए सिद्धिकी, डॉ. राजेन्द्र चौबे, डॉ. एके खान, डॉ ओपी गुप्ता, समिति के अध्यक्ष आशुतोष सिंह, लोकनिर्माण विभाग के सहायक अभियंता एके अग्रवाल, शहवाज मिर्जा, जयेश सोनी, राजेन्द्र सिंह ठाकुर, अनूप यादव, डामेन्द्र परगनिहा, आयुष शर्मा, सुमीत ताम्रकार, प्रोफेसर डॉ जीएस ठाकुर, डॉ राकेश तिवारी, डॉ जगजीत कौर सलूजा आदि उपस्थित थे।